Lathmar Holi 2024: होली का त्योहार वैसे तो इस साल 25 मार्च 2024 को मनाया जाएगा, लेकिन इससे 45 दिन पहले ही वृंदावन (Vrindavan) में होली का त्योहार शुरू हो जाता है. राधा रानी और श्री कृष्ण (Lord Krishna) को होली का त्योहार बहुत प्रिय है. यहां लड्डू होली से लेकर लट्ठमार होली और फूलों वाली होली (Holi) तक खेली जाती है. ऐसे में इस साल बरसाना की वर्ल्ड फेमस लट्ठमार होली कब खेली जाएगी आइए हम आपको बताते हैं इसकी तिथि और अंक शास्त्र से जुड़ा संबंध.
इस दिन खेली जाएगी बरसाना में लट्ठमार होली
इस साल बरसाना में 18 मार्च 2024 को लट्ठमार होली खेली जाएगी, जो फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को होती है. यहां लट्ठमार होली में गोपियां बनी महिलाएं नंदगांव से आए पुरुषों पर लाठी बरसती है और पुरुष ढाल का इस्तेमाल करके खुद को बचाते हैं. बरसाना की लट्ठमार होली के बाद 19 मार्च को नंद गांव में भी लट्ठमार होली खेली जाएगी और इसे देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग लाखों की संख्या में यहां हर साल पहुंचते हैं.
9 नंबर से है लठमार होली का खास संबंध
सनातन धर्म में 9 अंक बहुत शुभ माना जाता है. ये पूर्णांक होता है और भगवान श्री राम का जन्म भी चैत्र मास की नवमी पर हुआ था. नवदुर्गा भी 9 दिन की होती है. ऐसे में लट्ठमार होली भी फाल्गुन मास की नवमी तिथि को मनाई जाती है और इस बार 18 तारीख को लट्ठमार होली मनाई जा रही है जिसका जोड़ 9 अंक होता है.
कहते हैं द्वापर युग में भगवान कृष्ण के अलावा उनके आठ सखा थे और राधा रानी के अलावा उनकी आठ सखियां थीं. तुलसीदास ने रामचरितमानस में भी लिखा है कि राम नाम तो सत्य झूठ सकल संसार जैसे घटे न अंक नौ-नौ के लिखे पहाड़. धर्म ग्रंथों में लीला वर्णन में 9 के सम्मिलित होने पर ही नारायण भट्ट ने बरसाना की लट्ठमार होली फाल्गुन की नवमी तिथि पर मनाने का शुभारंभ किया था.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)