Bhadli Navami 2024 date: आज है भडल्या नवमी, पूजा के लिए बन रहा है ये शुभ मुहूर्त

When is bhadli navami : आषाढ़ माह की नवमी को भगवान शिव की पूजा और अर्चना की जाती है. इस दिन बहुत सारे शुभ योग होने के कारण किसी भी तरह का शुभ कार्य किया जा सकता है

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भडल्या नवमी को अबूझ नवमी इसलिए कहते हैं क्योंकि इस दिन बहुत सारे शुभ योग एक साथ लगते हैं.

Bhadli Navami 2024 : आज भडल्या नवमी मनाई जा रही हैहर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को भडल्या नवमी (Bhadli Navami) मनाई जाती है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने पर सभी मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं. कई जगह इसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन सभी तरह के शुभ काम किए जा सकते हैं. इस दिन को स्वयं सिद्ध तिथि कहा जाता है और शादी ब्याह से लेकर गृह प्रवेश और मुंडन जैसे सभी मांगलिक कार्यक्रमों के लिए ये दिन श्रेष्ठ होता है. जिन लोगों को शुभ काम के लिए शुभ मुहूर्त नहीं मिल पाते हैं वो बिना ज्योतिष सलाह के इस दिन सभी तरह के मांगलिक कार्यक्रम कर सकते हैं. इस बार भडल्या नवमी पर कई शुभ योग बन रहे हैं, ऐसे में इस दिन पूजा करना बहुत फलदायी होगा.

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कब है भडल्या नवमी 2024 - when is bhadli navami

इस साल यानी 2024 में भडल्या नवमी 15 जुलाई को मनाई जा रही है. नवमी तिथि 14 जुलाई की शाम को 5.26 मिनट पर उदय हो रही है और ये तिथि 15 जुलाई की शाम को 7.19 बजे तक मान्य रहेगी. उदया तिथि के अनुसार भडल्या नवमी की पूजा 15 जुलाई के दिन की जाएगी.

भडल्या नवमी पर बन रहे हैं ये शुभ योग - theses auspicious yoga being on bhadlya navami

भडल्या नवमी को अबूझ नवमी इसलिए कहते हैं क्योंकि इस दिन बहुत सारे शुभ योग एक साथ लगते हैं. इस दिन 11.19 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त आरंभ हो रहा है, जो दोपहर 12.55 मिनट तक मान्य रहेगा. इस दिन कौलव, तैतिल और बालव नाम के दुर्लभ योग भी बन रहे हैं. भडल्या नवमी पर सुबह सात बजे तक सिद्ध योग बन रहा है और उसके बाद साध्य योग शुरू हो जाएगा. ज्योतिष शास्त्र में सिद्ध और साध्य योग को बहुत ही फलदायी माना जाता है. इस दिन पूरे दिन रवि योग रहेगा और इस दिन की गई पूजा अपने श्रेष्ठ फल देकर जातक को कृतार्थ करेगी. भडल्या नवमी पर शिव वास योग भी लग रहा है. कहते हैं कि इस योग में भगवान शिव मां पार्वती के साथ कैलाश पर विराजमान होते हैं. इस शुभ योग में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने पर उनका विशेष आशीर्वाद मिलता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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