माघ महीने के शुक्ल पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को जया एकादशी व्रत रखा जाता है. आज के दिन भगवान श्री हरि विष्णु की पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है. इस बार जया एकादशी व्रत 12 फरवरी, 2022, दिन शनिवार यानि आज है. कहते हैं कि इस व्रत को करने से भगवान विष्णु भक्तों के जीवन से हर एक बाधा को दूर कर देते हैं. मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से हर तरह की परेशानियां और जाने-अनजाने में किए गए पाप खत्म हो जाते हैं.
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माना जाता है कि अगर कोई भी जातक जया एकादशी के दिन व्रत रखने के साथ ही साथ भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करता है तो उसे अनंत फल की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं भगवान विष्णु की पूजा के समय किन मंत्रों का जाप करना चाहिए.
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विष्णुजी के इन मंत्रों का करें जाप
विष्णु मूल मंत्र
ॐ नमोः नारायणाय॥
भगवते वासुदेवाय मंत्र
ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥
विष्णु गायत्री मंत्र
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
विष्णु गायत्री मंत्र के जाप से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
श्री विष्णु मंत्र
मंगलम भगवान विष्णुः, मंगलम गरुणध्वजः। मंगलम पुण्डरी काक्षः, मंगलाय तनो हरिः॥
उपरोक्त विष्णु मंत्र जीवन के सभी दुखों को दूर करके जीवन में सुख और समृद्धि प्रदान करता है।
विष्णु स्तुति
शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम् ।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम् ॥
यं ब्रह्मा वरुणैन्द्रु रुद्रमरुत: स्तुन्वानि दिव्यै स्तवैवेदे: ।
सांग पदक्रमोपनिषदै गार्यन्ति यं सामगा: ।
ध्यानावस्थित तद्गतेन मनसा पश्यति यं योगिनो
यस्यातं न विदु: सुरासुरगणा दैवाय तस्मै नम: ॥
भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए उनकी स्तुति का पाठ करना सबसे फलदायी माना जाता है।
यदि भक्त इन मंत्रों का जाप जया एकादशी के दिन पूरे विधि विधान से करें तो उनके जीवन के सारे संकट श्री हरि विष्णु अवश्य दूर करेंगे।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)