Jaya Ekadashi 2022: आज जया एकादशी के दिन भूलकर भी न करें ये काम

माघ मास (Magh Month) के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी व्रत कहते हैं. इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु (Lord Vishnu) का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. आइए जानते हैं एकादशी व्रत में क्या करना चाहिए और क्या नहीं (Dos And Donts).

विज्ञापन
Read Time: 7 mins
Jaya Ekadashi 2022: जया एकादशी के दिन न करें ये काम
नई दिल्ली:

माघ माह (Magh Month) के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी (Jaya Ekdashi 2022) के नाम से जाना जाता है. इस बार जया एकादशी आज 12 फरवरी, दिन शनिवार को है. इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु (Lord Vishnu) का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. कहते हैं कि इस व्रत के पुण्य से भूत, प्रेत या पिशाच योनि से मुक्ति मिल जाती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है.

Jaya Ekadashi 2022: माघ शुक्ल में कब है जया एकादशी, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

इस दिन माता लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है. माना जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी पूजा से प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं. यदि आप भी जया एकादशी व्रत रखना चाहते है, तो व्रत के कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है. आइए जानते हैं एकादशी व्रत में क्या करना चाहिए और क्या नहीं (Dos And Donts).

Jaya Ekadashi 2022: जया एकादशी के दिन जरूर करें इस आरती का पाठ

जया एकादशी 2022 क्या करें और क्या न करें

क्या न करें

  • जया एकादशी के दिन दान में मिला हुआ अन्न कभी नहीं खाना चाहिए.
  • मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए.
  • एकादशी के दिन संयम के साथ पति-पत्नी को ब्रह्राचार्य का पालन करना चाहिए.
  • एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की आराधना और उनके प्रति समर्पण के भाव को दिखाता है. एकादशी के दिन खानपान और व्यवहार में संयम और सात्विकता का पालन करना चाहिए.
  • एकादशी व्रत रखने वालों को व्रत से पूर्व से तामसिक भोजन, लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.

  • सभी तिथियों में एकादशी कि तिथि बहुत शुभ मानी गई है. एकादशी का लाभ पाने के लिए इस दिन लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए.
  • जया एकादशी के दिन फूल, पत्ते आदि का तोड़ना वर्जित हैं. पूजा के लिए फूल, तुलसी का पत्ता आदि व्रत से एक दिन पूर्व तोड़कर रख लें.
  • एकादशी का दिन भगवान की आराधना का दिन होता है, इसलिए इस दिन सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए और शाम के वक्त सोना भी नहीं चाहिए.
  • एकादशी व्रत में शलगम, पालक, चावल, पान, गाजर, बैंगन, गोभी, जौ आदि नहीं खाना चाहिए. इससे दोष लगता है.
  • इस दिन क्रोध करने और झूठ बोलने से बचना चाहिए.
  • जया एकादशी का व्रत रखने वाले व्यक्ति को किसी के बारे में बुरा नहीं सोचना चाहिए.
  • जया एकादशी व्रत रखने वालों या उनके परिजनों के लिए व्रत वाले दिन दाढ़ी बनाना, नाखून काटना, बाल कटाना, झाड़ू लगाना वर्जित होता है.

क्या करें

  • एकादशी व्रत के दिन पीले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है.
  • इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु के पूजन के समय जया एकादशी व्रत कथा का श्रवण जरूर करना चाहिए.
  • एकादशी व्रत के दिन भगवान श्री हरि की पूजा करते समय पंचामृत और तुलसी दल प्रयोग में अवश्य लाएं.
  • इस दिन दरवाजे पर भिक्षा मांगने आए व्यक्ति को खाली हाथ न जाने दें. व्रत वाले दिन दान करने से पुण्य लाभ होता है.
  • एकादशी व्रत का पारण सूर्योदय के बाद करें. हालांकि, द्वादशी तिथि के समापन से पूर्व पारण कर लेना चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Top 10 National: अकेले BMC चुनाव लड़ सकती है शिवसेना UBT | Maharashtra Politics