रुद्राक्ष की माला से जाप करते वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल, मिलेंगे लाभ

सनातन धर्म में भगवान नाम का जाप करना सबसे सर्वोत्तम माना जाता है और कहते हैं ऋषि मुनि सालों साल तक रुद्राक्ष की माला लेकर ईश्वर के नाम का जाप करते थे. इसी के चलते उन्हें मनचाहा वरदान प्राप्त होता था.

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आप चाहे तो रुद्राक्ष की माला से 5 या 11 बार भगवान से जुड़े मंत्रों का या उनके नाम का उच्चारण कर सकते हैं.

Rudraksha mala : आपने अधिकतर लोगों को देखा होगा कि वो रुद्राक्ष की माला लेकर जाप करते रहते हैं. इस माला को भगवान शिव (Lord Shiva) का अंश माना जाता है और कहते हैं कि रुद्राक्ष की माला से जाप करने से सभी मनोकामना पूरी होती है. लेकिन अक्सर लोगों का सवाल रहता है रुद्राक्ष (Rudraksh) से जप कैसे करना चाहिए, इसके नियम क्या हैं और फायदे? तो चलिए आज आपके इन्हीं सारे सवालों का जवाब देते हैं और बताते हैं कि रुद्राक्ष माला से आपको किस तरह से जाप करना चाहिए, ताकि आपको फल मिले.

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रुद्राक्ष माला का महत्व 

सनातन धर्म में रुद्राक्ष को महादेव का प्रतीक माना गया है, कहा जाता है किसी भी इच्छा की पूर्ति के उद्देश्य से जब आप रुद्राक्ष माला का जाप करते हैं, तो न सिर्फ इससे व्यक्ति में ऊर्जा का निर्वहन होता है, बल्कि साहस, बल और बुद्धि भी बढ़ती है. रुद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से सुख शांति का वातावरण और बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं रुद्राक्ष की माला से श्री गायत्री, श्री दुर्गा, भगवान शिव, भगवान गणेश, श्री कार्तिकेय, माता पार्वती का नाम जप करने से भी जातकों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. इतना ही नहीं आप रुद्राक्ष की माला को गले में पहन भी सकते हैं.

रुद्राक्ष माला जाप करने से पहले क्या करें 

अगर आप रुद्राक्ष की माला जाप करना चाहते हैं, तो सबसे पहले रुद्राभिषेक करके माला का सोधन किया जाता है. इसके अलावा आप घर पर रुद्राक्ष की माला की सिद्धि के लिए मिट्टी के 11 शिवलिंग तैयार कर दूध गंगाजल, घी, दही, शहद से शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा करें और फिर रुद्राक्ष की माला की पूजा कर जाप करें. रुद्राक्ष की माला का जाप करते समय सीधे हाथ में माला को पकड़े, अपनी तर्जनी उंगली से माला को नहीं छुए, अंगूठे और बीच वाली उंगली का प्रयोग करते हुए एक रुद्राक्ष के मोती पर मंत्र का उच्चारण करें. फिर दूसरे मोती पर दोबारा मंत्र का उच्चारण करें, इसी तरह से 108 बार आप मंत्रों का उच्चारण करें. आप चाहे तो रुद्राक्ष की माला से 5 या 11 बार भगवान से जुड़े मंत्रों का या उनके नाम का उच्चारण कर सकते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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