Shani Dev: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव नौकरी और व्यापार के भी कारक हैं. मान्यता है कि कोई भी इंसान बिना शनि देव (Shani Dev) की कृपा से नौकरी में ऊंचा पद या व्यापार में आर्थिक उन्नति हासिल नहीं कर सकता. यही वजह है कि लोग शनि देव (Shani Dev Upay) की कृपा पाने के लिए शनिवार को विशेष रूप से उनकी उपासना करते हैं. इसके साथ ही शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए मंगलवार को भी हनुमान जी (Hanuman Ji) की उपासना करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो अगर शनिवार को कुछ आसान (Shaniwar ke Upay) और खास उपाय करें तो शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है.
शनि देव की आरती | Shani Dev Aarti
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी
सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी
जय जय श्री शनिदेव
श्याम अंग वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी
नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी
जय जय श्री शनिदेव
क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी
जय जय श्री शनिदेव
मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी
जय जय श्री शनिदेव
देव दनुज ऋषि मुनि सुमरिन नर नारी
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी
जय जय श्री शनिदेव
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शनि देव के मंत्र | Shani Dev Mantra
शनि देव का महामंत्र
ओम् निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम
शनि गायत्री मंत्र
ओम् भगभवाय विद्महे मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्
शनि बीज मंत्र
ओम् प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
शनि आरोग्य मंत्र
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा
कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा
शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्
दुःखानि नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं
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शनि दोष निवारण मंत्र
ओम त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।
ओम् शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंयोरभिश्रवन्तु नः
ओम् शं शनैश्चराय नमः
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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