Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से संकट हो सकते हैं दूर

मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना बेहद शुभ माना जाता है. कहा जाता है इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त के सारे कष्ट पल भर में दूर कर देते हैं. मंगलवार को विधि पूर्वक हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए.

विज्ञापन
Read Time: 7 mins
Hanuman Chalisa: नियमित 'हनुमान चालीसा' का पाठ करने से दूर हो सकते हैं संकट
नई दिल्ली:

मंगलवार का दिन महावीर बजरंगबली का वार माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन हनुमानजी की आराधना करने से जीवन के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं. जीवन में सुख समृद्धि का वास हो जाता है. माना जाता है कि मंगलवार के दिन घर में भगवान श्री हनुमान की पूजा आराधना करने से घर की नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है.शास्त्रों में बताया गया है कि सिर्फ हनुमान जी का सुमरन करने भर से ही सभी संकट और दुख दूर हो जाते हैं. मान्यता है कि मंगलवार के दिन हनुमान जी का व्रत आदि करने से ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. साथ ही सूर्य भी मजबूत होता है. कहते हैं कि सूर्य के मजबूत होने से करियर और कारोबार में तरक्की के रास्ते खुलते हैं. अगर आप अपने जीवन से सभी तरह के संकटों से मुक्ति चाहते हैं, तो मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें.

हनुमान चालीसा का पाठ

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

रामदूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।।

कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुंडल कुंचित केसा।।

Mangalvar Hanuman Ji Mantra: मंगलवार को बजरंगबली के इन मंत्रों का करें जाप, जीवन में आ सकती है सुख-समृद्धि
 

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। कांधे मूंज जनेऊ साजै।

संकर सुवन केसरीनंदन। तेज प्रताप महा जग बन्दन।।

विद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।।

आज मंगलवार को करें हनुमान लला की ये आरती, दूर हो सकती हैं जीवन की सारी बाधाएं

भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।।

लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा। नारद सारद सहित अहीसा।।

जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राम मिलाय राज पद दीन्हा।।

तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेस्वर भए सब जग जाना।।

जुग सहस्र जोजन पर भानू। लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डर ना।।

आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।

नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

सब पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा।

और मनोरथ जो कोई लावै। सोइ अमित जीवन फल पावै।।

चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।

साधु-संत के तुम रखवारे। असुर निकंदन राम दुलारे।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।

राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा।।

तुम्हरे भजन राम को पावै। जनम-जनम के दुख बिसरावै।।

अन्तकाल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।

और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।

संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।

जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहि बंदि महा सुख होई।।

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।

तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Asanas for Lungs, Breathing Problem | 5 योगासन जो फेफड़े बनाएंगे मजबूत

Featured Video Of The Day
CM Atishi का BJP पर निशाना, Bus Marshals की नियुक्ति पर क्या बोली?
Topics mentioned in this article