Thursday Puja: धार्मिक अवसरों और पूजा-पाठ में शंख का खास इस्तेमाल किया जाता है. शंख को हिंदू धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है जिस चलते शुभ कार्यों की शुरूआत और हवन आदि से पहले भी शंख (Shankh) बजाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के आधार पर शंख को देवी लक्ष्मी का भाई माना जाता है. कहते हैं कि शंख की उत्पत्ति भी समुंद्र मंथन में उसी तरह हुई थी जैसे मां लक्ष्मी का उद्भव हुआ था. शंख को मां लक्ष्मी का प्रिय भी कहते हैं. इस चलते गुरुवार के दिन शंख के उपाय करने पर भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और मां लक्ष्मी दोनों की कृपा मिलती है.
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गुरुवार के दिन शंख के उपाय | Guruwar Shankh Upay
शंख पर लगाएं तिलक
मान्यतानुसार शंख पर तिलक लगाने पर पर मां लक्ष्मी (Ma Lakshmi) और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. सबसे पहले शंख पर तिलक लगाएं. केसर का तिलक लगाना ज्यादा शुभ माना जाता है. इसके पश्चात विधि-विधान से विष्णु भगवान की आरती और पूजा (Vishnu Puja) करें. जिन राशि के जातकों की कुंडली में गुरू ग्रह का अत्यधिक प्रभाव होता है उनके इस उपाय को अपनाने पर कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होगा.
शंख से किया जाने वाला एक उपाय है कि पूजा के दौरान शंख में तुलसी के पत्ते और जल भरकर रखा जाए. जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह भारी होता है वे बुधवार के दिन खासतौर से इस उपाय को कर सकते हैं. इसके अलावा यदि गुरूवार के दिन यह उपाय किया जाए तब भी विष्णु भगवान की कृपा मिलती ही है क्योंकि तुलसी (Tulsi) को विष्णु भगवान की प्रिय माना जाता है. ऐसे में विष्णु भगवान की पूजा में तुलसी का उपयोग शुभ होता है.
भगवान विष्णु और लक्ष्मी मां की पूजा से पहले शंख बजाना शुभ माना जाता है. जिन लोगों का मंगल भारी हो वे खासतौर से मंगलवार की पूजा में या फिर मंगलवार के दिन सुंदरकांड पाठ कर सकते हैं और शंख बजा सकते हैं. वहीं, रविवार के दिन शंख में जल भरकर सूर्य को अर्घ्य दे सकते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)