Devi Lakshmi puja : शुक्रवार (Friday) का दिन देवी लक्ष्मी का होता है. सप्ताह का यह दिन देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए बहुत उत्तम माना जाता है. इस दन विधि-विधान से पूजा पाठ (puja path) करने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है. देवी लक्ष्मी को खुश करने के लिए विशेष पूजा पाठ और मंत्र जाप करना चाहिए. इस दिन पूजा अराधना करने से धन का अभाव कम होता है. देवी मां प्रसन्न होती हैं. बुद्धि विवेक में भी बढ़ोत्तरी होती है. तो चलिए जानते हैं कैसे करें देवी लक्ष्मी की पूजा पाठ.
ऐसे करें लक्ष्मी की पूजा | Puja path vidhi devi Lakshmi
- सबसे पहले सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनकर मां लक्ष्मी के सामने बैठकर श्री सूक्त का पाठ करें. फिर उन्हें कमल का फूल चरणों में अर्पित करें. वहीं, मान्यता है कि देवी लक्ष्मी को शंख, कोड़ी, कमल का फूल, मखाने, बताशे, खीर और गुलाब प्रसन्न होती हैं.
- शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी की पूजा पाठ के लिए उत्तम माना जाता है. अगर आप अपने घर में सुख शांति और समृद्धि चाहते हैं, तो सप्ताह का एक दिन देवी लक्ष्मी के लिए सुनिश्चित कर लीजिए.
- देवी लक्ष्मी की पूजा 9 से 10 के बीच करनी चाहिए. शुक्रवार की रात को. पूजा में आपको 8 घी के दीपक जलाने चाहिए. पूजा में मां को लाल गुड़हल के फूलों की माला चढ़ानी चाहिए.
- अष्टलक्ष्मी के बीज मंत्र ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा।। का एक माला जाप करें. फिर आठों दीपक को घर की आठ दिशाओं में रख दें. मान्यता है इससे हर समास्या का समाधान हो जाता है.
देवी लक्ष्मी सोरठा और चौपाई
॥ सोरठा॥
यही मोर अरदास, हाथ जोड़ विनती करुं।
सब विधि करौ सुवास, जय जननि जगदंबिका॥
॥ चौपाई ॥
सिन्धु सुता मैं सुमिरौ तोही।
ज्ञान बुद्घि विघा दो मोही॥
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)