हिन्दू धर्म में नवरात्रि (Navratri) का विशेष महत्व है. चैत्र माह में पड़ने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि कहते हैं. चैत्र नवरात्रि पर देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है. इस वर्ष 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि मनाई जा रही है. घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल के दिन सुबह 6 बजकर 22 मिनट से शुरू होकर सुबह 8 बजकर 31 मिनट तक है. वहीं, घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 8 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक रहेगा. यूं तो इन नौ दिनों में भक्त तरह-तरह की पूजा व भजन-कीर्तन आदि करते हैं जिससे मां दुर्गा प्रसन्न हो जाएं. लेकिन, ,मान्यता है कि ऐसे बहुत से कार्य हैं जिन्हें चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) के दौरान करने पर मां दुर्गा नाराज हो जाती हैं. आइए जानें ये कार्य कौन से हैं.
चैत्र नवरात्रि पर ना करने वाले काम | Things to not do in Chaitra Navratri
- जिन परिवारों में चैत्र नवरात्रि पर व्रत रखा जाता है उन्हें कुछ खास बातों को खास ख्याल रखना चाहिए, जैसे कि माना जाता है इस दौरान सात्विक भोजन ही करना चाहिए और मांस-मछ्ली व प्याज लहसुन से परहेज करना चाहिए.
- नवरात्रि के दौरान शराब के सेवन को भी वर्जित माना गया है.
- कहा जाता है कि व्रती परिवार के सदस्यों को चैत्र नवरात्रि के दौरान बाल, दाढ़ी या मूंछ नहीं कटवाने चाहिए.
- नवरात्रि के दौरान खासतौर पर चमड़े से बनी वस्तुओं को दूर रखना चाहिए. कहते हैं पूजा स्थल पर जाने वाले व्यक्ति को चमड़े की कोई चीज धारण नहीं करनी चाहिए.
- मान्यताओं के अनुसार चैत्र नवरात्रि पर दुर्गा मां की अखंड ज्योत को कभी भुजने नहीं देना चाहिए. मां दुर्गा क्रोधित हो सकती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)