Margashirsha Amavasya 2023: यूं तो हिंदू धर्म में हर माह की अमावस्या तिथि पितरों के तर्पण के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है लेकिन साल के अंत में आने वाली मार्गशीर्ष अमावस्या बहुत ही खास होती है. इसे भौमवती अमावस्या (Bhaumvati Amavasya) भी कहा जाता है. कहते हैं कि इस अमावस्या पर पितरों के लिए किए गए उपाय पितृ दोष से मुक्ति दिलाते हैं और घर-परिवार में शांति और सुख का माहौल कायम करते हैं. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस साल यानी 2023 में मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसंबर, मंगलवार के दिन पड़ रही है. ऐसे में इस दिन हनुमान जी की भी पूजा काफी फलदायी साबित होगी. चलिए जानते हैं कि मार्गशीष अमावस्या पर किन उपायों को करने से पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है और घर में शादी-ब्याह की रुकावटें हट सकती हैं.
मार्गशीर्ष अमावस्या के उपाय | Margashirsha Amavasya Upay
आपको बता दें कि पितृ दोष (Pitra Dosh) और मांगलिक दोष के चलते घर के कुछ सदस्यों के विवाह में कई तरह की रुकावटें आ जाती हैं. ऐसे में मार्गशीष अमावस्या पर किए गए उपाय इन परेशानियों से निजात दिलाते हैं. मार्गशीष माह की इस अमावस्या पर किए गए ये उपाय पितरों को शांत करेंगे और घर में शादी योग्य सदस्यों के विवाह के योग जल्द बनेंगे.
भौमवती अमावस्या के दिन जातक को त्रिपिंडी श्राद्ध करना चाहिए. ऐसा करने पर तीन पीढ़ियों के पितर तृप्त हो जाते हैं और जातक के परिवार पर लगा पितृ दोष (Pitra Dosh) खत्म हो जाता है. इस दिन जातक को नहा धोकर त्रिपिंडी श्राद्ध करना चाहिर और पितरों के जल तर्पण करना चाहिए.
जिन लोगों को मंगल दोष (Mangal Dosh) लगा है या जो लोग मांगलिक हैं, उनके विवाह में अक्सर देर हो जाती है या फिर विवाह में तरह-तरह की अड़चनें आती है. मंगल दोष को दूर करने के लिए भौमवती अमावस्या के दिन मंगल ग्रह के बीज मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः का 108 बार जाप करना चाहिए. इस दिन जातक का मंगल ग्रह से जुड़ी चीजें जैसे सोना, गुड़, लाल कपड़े, मूंगा, घी, लाल मसूर की दाल, केसर और तांबे के बर्तनों का दान करना शुभ माना जाता है. इससे मंगल ग्रह का दोष दूर होता है.
अगर घर परिवार में तरक्की नहीं हो रही है और आर्थिक तंगी हो रही है तो इस दिन पानी में थोड़े से तिल डालकर उससे नहाना चाहिए. इसके बाद पितरों को जल देना चाहिए और पितृ सूक्ति का पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से पितर खुश होते हैं और घर में तरक्की होने लगती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)