Apara Ekadashi 2025: भगवान विष्णु को एकादशी का व्रत समर्पित है. इस व्रत में भगवान विष्णु समेत एकादशी माता और मां लक्ष्मी की भी पूजा होती है. हर साल ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में अपरा एकादशी का व्रत (Apara Ekadashi) रखा जाता है. माना जाता है कि अपरा एकादशी का व्रत रखने पर व्यक्ति को अपार सफलता का वरदान मिलता है और जीवन की बाधाएं दूर होने लगती हैं. ऐसे में यहां जानिए कब रखा जाएगा अपरा एकादशी का व्रत और किन चीजों का भोग लगाने पर भक्तों को मिलेगी श्रीहरि की विशेष कृपा.
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अपरा एकादशी किस दिन है । Apara Ekadashi 2025 Date
पंचांग के अनुसार, अपरा एकादशी का व्रत इस साल 23 मई, शुक्रवार शुक्रवार के दिन रखा जाएगा. एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि पर किया जाता है. ऐसे में अगले दिन 24 मई, शनिवार को सुबह 6 बजकर 1 मिनट से सुबह 8 बजकर 39 मिनट तक एकादशी व्रत का पारण किया जा सकता है.
भगवान विष्णु को जरूर लगाएं इन चीजों का भोग (Ekadashi Bhog For Lord Vishnu)
ज्येष्ठ माह की एकादशी में भगवान विष्णु को आम से बना भोग लगाया जा सकता है. यह आम का मौसम है, आम पीले रंग का होता है जोकि भगवान विष्णु का प्रिय रंग है और माना जाता है कि आम भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय होता है. ऐसे में आम का हलवा बनाकर भगवान विष्णु को भोग में चढ़ाया जा सकता है. आम का हलवा (Mango Halwa) बेहद स्वादिष्ट होता है. इसे भोग के बाद प्रसाद के रूप में सभी में वितरित किया जा सकता है.
केसर की खीर (Kesar Kheer) का भोग भी विष्णु भगवान का प्रिय माना जाता है. केसर खीर की खुशबू भगवान विष्णु को अच्छी लगती है और माता लक्ष्मी की भी मनपसंद कही जाती है. खीर में केसर डालने पर इसे सुनहरा पीला रंग मिल जाता है. भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए इस भोग को जरूर लगाया जा सकता है.
मान्यतानुसार तुलसी को एकादशी के भोग में जरूर शामिल करना चाहिए. तुलसी के पत्तों को भोग में डाल सकते हैं या अन्य भोग के साथ भगवान विष्णु के समक्ष अर्पित कर सकते हैं. इस बात का खास ध्यान रखें कि आप एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते ना तोड़ें. इससे श्रीहरि नाराज हो सकते हैं. इसके बजाय एकादशी से एक दिन पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़कर रख लें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)