दिल्‍ली के मुस्‍तफाबाद में चार मंजिला इमारत गिरी, हादसे में मरने वालों की संख्‍या बढ़कर 11 हुई

Building Collapsed in Mustafabad: दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में मृतकों की संख्‍या बढ़कर 11 हो गई है. वहीं कुछ अन्‍य लोगों का अस्‍पताल में इलाज किया जा रहा है.  

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Building Collapsed in Mustafabad: हादसे के बाद 12 घंटे से अधिक समय तक बचाव कार्य चला.

नई दिल्‍ली :

Building Collapsed in Mustafabad: दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में चार मंजिला इमारत ढह गई. इस हादसे में मरने वालों की संख्‍या बढ़कर 11 हो गई है. साथ ही इस हादसे में 11 लोग घायल भी हुए हैं. इस घटना के बाद 12 घंटे से अधिक वक्‍त तक बचाव और राहत कार्य चलाया गया. इस इमारत में करीब 30 लोग रहते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में अपनी जान गंवाने वाले सभी मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है.  

पीएम मोदी ने एक्‍स पर एक पोस्‍ट में कहा, "उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में इमारत ढहने से हुई मौतों से दुखी हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे."

तड़के 3 बजे ढह गई इमारत

एनडीआरएफ, अग्निशमन सेवा, दिल्ली पुलिस और अन्य स्वयंसेवकों की टीमों ने राष्ट्रीय राजधानी के मुस्तफाबाद इलाके में तड़के करीब 3 बजे ढही 20 साल पुरानी चार मंजिला इमारत के घटनास्थल पर 12 घंटे से अधिक समय तक बचाव कार्य किया. पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि ग्राउंड फ्लोर पर "दो-तीन दुकानों" में निर्माण कार्य चल रहा था, इसके कारण इमारत ढह गई होगी.

चल रहा था मरम्‍मत का काम

स्थानीय लोगों के मुताबिक, इमारत सुबह करीब 3 बजे गिरी. उन्‍होंने बताया कि यहां पर करीब 30 लोग रहते थे. नीचे दुकानें थी और ऊपर लोग रहते थे. उन्‍होंने बताया कि दुकान में नीचे मरम्मत का काम चल रहा था, पिलर बदले जा रहे थे. 

स्थानीय लोगों ने कहा कि नई दुकान में चल रहे निर्माण कार्य के कारण इमारत ढह सकती है. उन्होंने चार से पांच इमारतों की नाजुक स्थिति पर भी चिंता जताई. 

Advertisement

पुलिस ने कहा कि तड़के करीब तीन बजकर दो मिनट पर दयालपुर थाने में इमारत ढहने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस की एक टीम शक्ति विहार की गली नंबर-1 पहुंची, जहां चार मंजिला इमारत ढही थी. 

'ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया'

इमारत के बगल में रहने वाले एक शख्‍स रयान ने बताया कि ऐसा लगा कि भूकंप आ गया हो. जमीन हिलने लगी और जब तक हम कुछ समझ पाते सब कुछ धूल से ढक गया. 

Advertisement

रयान ने बताया, "हमें लगा कि शायद हमारे घर पर कोई चीज गिर गई है, लेकिन जब हमने बाहर देखा तो हमारे बगल की पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो चुकी थी." 

इस हादसे में सेहजाद अहमद ने अपने दो भतीजों दानिश और नावेद को खो दिया, जो अपने माता-पिता अहमद की बहन और बहनोई के साथ तीसरी मंजिल के घर में रहते थे. उन्होंने कहा, "मेरे दोनों भतीजे परिवार के कमाने वाले थे. वे पूरे घर को चलाते थे. अब वे चले गए हैं." उनकी बहन और बहनोई की हालत गंभीर है. उन्होंने कहा, "मुझे सुबह करीब 4 बजे फोन आया और जैसे ही मैंने सुना मैं तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा."

Advertisement

सीएम रेखा गुप्‍ता ने जताया दुख 

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही इस घटना को लेकर दुख जताया है. इस बीच दिल्ली के मेयर महेश खींची ने इस घटना को लेकर MCD कमिश्नर को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मेयर ने संबंधित अधिकारियों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं