दिल्ली चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन तक नहीं किया था
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की हार के बाद अब इंडिया गठबंधन में मौजूद दलों के बीच एकता पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं. राजनीति के जानकार मानते हैं कि दिल्ली में हार का असर इन दिनों पार्टियों के साथ-साथ इंडिया गठबंधन पर भी पड़ेगा. हालांकि, ये तो आने वाले वक्त ही बताएगा कि इस हार के असर से उबरने के लिए इन पार्टियों को कितना वक्त लगता है. साथ ही ये आगे अब किस रणनीति के साथ काम करते हैं. इन सब के बीच अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच के गठबंधन और एक दूसरे पर आए दिन किए जाने वाले हमले को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई है. NDTV के शो मुकाबला में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता आरपी सिंह ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को आडे हाथों लिया. उन्होंने इन दोनों पार्टियों के बीच की साठगांठ पर टिप्पणी की और बताया कि अब इंडिया गठबंधन आगे किस राह पर चल सकती है.
बीजेपी प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि ये तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की राजनीति है. दिल्ली में अजय माकन कह रहे थे कि केजरीवाल देशद्रोही है. राहुल गांधी कह रहे थे कि केजरीवाल भ्रष्ट व्यक्ति हैं. उसी समय के आसपास चंडीगढ़ में ये दोनों ही पार्टियां मिलकर मेयर का चुनाव भी लड़ रहे थे.कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन को कोई वैचारिक गठबंधन तो है नहीं. ये गठबंधन एक ही सोच के आधार पर बना है और वो है कि हमको मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना है और कैसे भी करके मोदी को हराना है. इनको अपने भ्रष्टाचार को बचाने के लिए भी एक होना पड़ा था. ये लोग जरूरत के हिसाब से साथ आते हैं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी इनके साथ जाने को तैयार नहीं हैं. जम्मू-कश्मीर में भी उमर अब्दुल्ला इनकी खिलाफत कर चुके हैं. उत्तर प्रदेश में हुए उप-चुनाव में इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस को एक भी सीट पर लड़ने नहीं दिया गया.
इस डिबेट में शामिल आरएलडी के प्रवक्ता मलूक नागर ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल का झूठ सभी को समझ में आ गया है. यही वजह है कि केजरीवाल खुद अपनी सीट नहीं बचा पाए. झूठ ज्यादा दिनों तक नहीं चलता है ये भी सभी को समझ लेना चाहिए. अब कांग्रेस की हालत ऐसी हो गई है कि करें तो करें क्या. आने वाले 2029 के लिए भी सो कॉल्ड इंडिया गठबंधन की स्थिति अब पूरे देश के सामने साफ हो गया है. सब जानते हैं कि ये सब क्यों एक साथ आए हैं.
वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह ने इस मौके पर कहा कि लोग कहते हैं इंडिया गठबंधन के सभी दल एक साथ हैं लेकिन मैं आपको याद दिला दूं कि केजरीवाल ने एक समय पर तो इंडिया गठबंधन को 24 घंटे तक का समय भी दिया था. अरविंद केजरीवाल को जिस भी पार्टी से सपोर्ट मिला था वो सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस को काउंटर करने के लिए मिला था.