दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा... 27 साल के अंतराल के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी कर रही बीजेपी बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के चुनाव मैदान में उतरी थी. बीजेपी का कहना था कि वह प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे हैं. अब सवाल उठ रहा है कि मुख्यमंत्री किसे बनाया जाएगा, क्योंकि दावेदार कई हैं? हालांकि, ये भी संभव है कि जैसे राजस्थान में भजन लाल शर्मा, मध्य प्रदेश में मोहन यादव और छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साई को लेकर आया गया, क्या दिल्ली में भी ऐसा ही होगा? बीजेपी, दिल्ली का ताज किसके सिर पर रखती है, ये तो कह पाना बेहद मुश्किल है, लेकिन अभी दिल्ली में कुछ ऐसे चेहरे हैं, जो मुख्यमंत्री पद की रेस में नजर आ रहे हैं.
क्या प्रवेश वर्मा हैं परफेक्ट च्वाइस?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा पश्चिमी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से दो बार सांसद रहे हैं. प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से AAP प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है. इस सीट पर उनका मुकाबला अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के साथ था. इस जीत के बाद प्रवेश वर्मा 'मुख्यमंत्री' पद के प्रबल दावेदार के रूप में सामने आए हैं. हालांकि, प्रवेश वर्मा ने कभी दावा नहीं किया कि वह मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. वह एक फायरब्रांड नेता हैं, जिनके कई बयानों से विवाद खड़ा हो चुका है. नागरिकता संशोधन अधिनियम, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन को लेकर वह कई ऐसे बयान दे चुके हैं, जिनका काफी विरोध हुआ.
वीरेंद्र सचदेवा के सिर पर सजेगा ताज?
वीरेंद्र सचदेवा को साल 2022 से दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में और 2023 में पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. वीरेंद्र सचदेवा को दिल्ली भाजपा में गुटबाजी को नियंत्रण में रखने और 1998 के बाद पहली बार राजधानी में पार्टी को सत्ता में लाने का श्रेय जरूर मिलेगा. दिल्ली की मुश्किल चुनौती का सामना करते हुए, सचदेवा ने हमेशा विश्वास जताया है कि भाजपा दिल्ली में सरकार बनाएगी. यह पूछे जाने पर कि शुरुआती रुझानों में भाजपा को आसानी से बढ़त मिलने के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा, तो सचदेवा ने बस इतना कहा कि यह पार्टी से कोई होगा और केंद्रीय नेतृत्व इस पर फैसला करेगा.
बांसुरी स्वराज भी हो सकती हैं...
दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज दिल्ली में भाजपा के प्रमुख नेताओं में से एक के रूप में उभर रही हैं. वह पिछले साल ही सांसद के रूप में चुनी गईं, जिसके बाद वह लगातार काम कर रही हैं. वह एक वकील हैं, उन्हें 2023 में दिल्ली भाजपा के कानूनी सेल का प्रमुख नियुक्त किया गया और फिर मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी की जगह नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया.
मनोज तिवारी भी मुख्यमंत्री की रेस में!
साल 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा द्वारा दिल्ली से उम्मीदवार के रूप में दोहराए जाने वाले एकमात्र मौजूदा सांसद, मनोज तिवारी यकीनन राजधानी में पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा हैं. अभिनेता से नेता बने मनोज तिवारी पूर्वांचल क्षेत्र के प्रवासियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. मनोज तिवारी से जब कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो मुख्यमंत्री कौन होगा? इस पर उन्होंने किसी का नाम तो नहीं बताया था, लेकिन इस संभावना से भी इनकार नहीं किया था कि वह भी सीएम की रेस में शामिल हैं.
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