दिल्ली विधानसभा में 'फांसी घर बनाम टिफिन घर' के मुद्दे पर बुधवार को भी हंगामा हुआ. पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने एकदूसरे पर निशाना साधा. मंगलवार से शुरू हुई बहस में बुधवार को मुख्यमंत्री समेत कई मंत्रियों ने अपना पक्ष रखा और पिछली आम आदमी पार्टी की सरकार पर जमकर वार किए. विपक्ष की ओर से आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने जवाब दिया.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि (मनजिंदर सिंर) सिरसा ने कहा है लेकिन मैं उन्हें (अरविंद केजरीवाल को) मूर्ख नहीं कहूंगी क्योंकि उनको पता था कि जनता की भावनाओं से कैसे खेला जाता है. उनके हर कदम का कोई न कोई कारण था. चाहे वो खांसना हो, चप्पल पहनना हो, पेन रखना हो... केजरीवाल ने पूरे देश को बेवकूफ बनाया है.
'ढाई फुट जगह में फांसी घर बना दिया'
सीएम ने कहा कि केजरीवाल ने कहा कि बड़े बंगले में रहने का मन नहीं है, लेकिन मुझे लेना पड़ेगा. इसी तरह केजरीवाल को रात को ख्याल आया होगा और उन्होंने तय कर लिया कि विधानसभा में फांसी घर होना चाहिए. ढाई फुट की जिस जगह में कोई घुस भी नहीं पाता, उसे फांसी घर बना दिया. आम आदमी पार्टी के पास एक भी दस्तावेज नहीं है, जो साबित कर सके कि यहां कभी फांसी घर था. फांसी घर को लेकर जो विज्ञापन जारी हुआ, उस पर कितना खर्चा हुआ, इसकी जांच होनी चाहिए.
सीएम की मांग, फांसी घर को हटाना होगा
सीएम ने आगे कहा कि दिल्ली में कोई पुरानी जेल थी तो वह मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के पास थी, जहां पर फांसी दी जाती थी. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने जनता के साथ धोखा किया और शहीदों को शर्मिंदा किया. सीएम ने कहा कि 24-25 अगस्त को दिल्ली में ऑल इंडिया स्पीकर कॉन्फ्रेंस होने वाली है. मैं चाहती हूं कि इस झूठ (फांसी घर) को सदन से हटाना होगा.
पूर्व सीएम आतिशी को सदन से निकाला
विधानसभा में हंगामे को लेकर स्पीकर ने नेता विपक्ष आतिशी को सदन से बाहर करवा दिया. बाहर आकर आतिशी ने कहा कि सीएम को वीर सावरकर की किताब पढ़नी चाहिए, जिसमें उन्होंने लिखा है कि अंग्रेज कही भी फांसी दे देते थे.
संजीव झा ने बताया, कमरा खुलने पर क्या मिला
आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने कहा कि ऐसी बहुत सी घटनाएं हैं, जिन पर इतिहासकारों की नजर नहीं पड़ी. जिस 1912 के नक्शे की बात हो रही है, उसकी स्थापना अंग्रेजों के समय हुई. इस फांसी घर को चारों तरफ से घेरा गया ताकि यहां से आवाज बाहर ना जा सके. 2022 में जब कमरा खुलवाया गया और सतह को तोड़ा गया तो उसके अंदर एक सुरंग मिली. जब अंदर गए तो कुछ जगहों पर जूते, रस्सियां मिलीं.
संजीव झा ने कहा कि हरिवंश जी ने अपने किताब में लिखा है कि जब अंग्रेज किसी को फांसी देते थे तो कंचे मारकर देखते थे कि वह व्यक्ति मृत है या नहीं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अरविंद केजरीवाल का विरोध करते-करते अंग्रेजों की तारीफ करने लगी है. उन्होंने मांग की कि जितने तथ्य यहां मौजूद हैं, उनकी जांच होनी चाहिए ताकि यह साफ हो सके कि यह फांसी घर है या टिफिन घर.
स्पीकर ने AAP पर लगाया गंभीर आरोप
संजीव झा के बोलने के बाद स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी किस तरह देश में दंगे कराकर इतिहास बदलना चाहती है, उसका यह परिणाम है कि टिफिन घर को फांसी घर बता दिया गया. पूर्व स्पीकर का एक बयान आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह टिफिन घर था. 1927 के बाद फांसी घर बना है. खुद महात्मा गांधी 3 बार इस सदन में आए थे. 1919 में एक बार उन्होंने सदन की कार्यवाही 4 घंटे तक बैठकर देखी थी.
'आप झूठ की दुकान चला रहे हैं'
उन्होंने कहा कि जो लोग फर्जीवाड़ा करेंगे, उनका हश्र वही होगा, जो दिल्ली की जनता ने पहले किया है. उन्होंने कहा कि ये (AAP नेता) चोरी करते हैं, फिर सीनाजोरी करते हैं... आप झूठ की दुकान चला रहे हैं. स्पीकर ने आम आदमी पार्टी को चुनौती देते हुए कहा कि पूरी दुनिया में कोई ऐसा इतिहासकार लाकर दिखा दें, जो यह बता सके कि यहां फांसी घर था. स्पीकर ने सदन में दिल्ली विधानसभा का पूरा नक्शा भी दिखाया. फांसी घर हटाने की मांग पर स्पीकर ने कहा कि गुरुवार को इस पर फैसला होगा.
फांसी घर पर मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि नकली कपड़े और रस्सी रखकर आम आदमी पार्टी की पिछली सरकार ने शहीदों का अपमान किया है. चंद पैसों के लालच में इस ऐतिहासिक इमारत के साथ फर्जीवाड़ा किया गया. पिछली सरकार ने शहीदों का अपमान करने का पाप किया है.