देश में मॉनसून ने इस बार समय से पहले दस्तक दी है. वहीं दिल्ली में भी मॉनसून के इस बार जल्द आने की उम्मीद की जा रही है. ऐसे में दिल्ली में नालों की सफाई का काम जोर-शोर से किया जा रहा है. दिल्ली के जल और सार्वजनिक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि नालों से गाद निकालने का काम 35 फीसदी तक पूरा हो चुका है. 15 जून तक दिल्ली के सभी नालों की सफाई हो चुकी होगी.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दिल्ली में 24 अस्पताल करोड़ों रुपये देकर बनवाए गए थे. उनमें से चार अस्पतालों के निर्माण में अनियमितता पाई गई है, जिसके बाद विजिलेंस जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में हुए काम की अब विजिलेंस जांच हो रही है. स्कूलों की कई इमारतों की भी विजिलेंस इंक्वायरी हो रही है.
100 दिन में बनी 100 किमी सड़क
दिल्ली के कई जगहों की सड़कें टूटने की शिकायत लगातार आ रही थी. मेहरोली-गुरुग्राम की करीब आठ किमी सड़क को अब NHAI बनाएगा. पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि अगले डेढ़ महीने में सौ किमी सड़कें दिल्ली में बनाए जाएगी. इस साल करीब 400 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य है.
दो साल में बनेगा यमुना रिवर फ्रंट
साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में दो साल में यमुना रिवर फ्रंट बनकर तैयार हो जाएगा. जहां यमुना के किनारे योग और मैराथन जैसे आयोजन भी करवाए जाएंगे. यमुना का रिवर फ्रंट करीब 28 किमी का होगा.
यमुना की सफाई को लेकर प्रवेश वर्मा ने कहा कि सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के पास नालों की सफाई का काम है. उन्होंने कहा कि इन नालों की 15 लाख मीट्रिक टन सिल्ट खत्म की गई है. दिल्ली में 22 नाले हैं. इनकी सफाई के लिए 156 नई पोस्ट सेक्शन की गई है, जिससे सभी नालों की सफाई हो सके. यमुना कि सफाई में सबसे महत्वपूर्ण है कि आईटीओ बैरेज के सभी गेटों की मरम्मत का काम किया गया है, जिससे बाढ़ के हालात नहीं हो सकें.