भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने दिल्ली सरकार से जुड़े घोटाला मामले में दर्ज की FIR

एन्टी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक, प्राइवेट सिक्योरिटी कम्पनी में काम करने वाले दो सुरक्षाकर्मी ने ही ACB में शिकायत की कि सिक्योरिटी एजेंसी दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ इस घोटाले में शामिल है.

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नई दिल्ली:

दिल्ली सरकार से जुड़े घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने एफआईआर (FIR) दर्ज की है. दिल्ली के सरकारी अस्पतालो में सिक्योरिटी मुहैया करवाने वाली कंपनी के खिलाफ ये मामला दर्ज किया गया है. कंपनी पर दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप है.

आरोप है कि इन प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों ने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर सिक्योरिटी कर्मियों के फर्जी बिल लगाकर सरकारी खजाने को लूटा. 

सिक्योरिटी कंपनी के जरिए जीटीबी, राजीव गांधी सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल, एसडीएन हॉस्पिटल, डॉक्टर भीम राव अस्पताल, हिन्दू राव हॉस्पिटल समेत कई अन्य सरकारी अस्पतालों में सिक्योरिटी गार्ड्स की तैनाती होती है, जिनका भुगतान कम्पनी को दिल्ली सरकार की तरफ से किया जाता है.

इसके लिए बाकयदा टेंडर जारी होते हैं, उसके बाद प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी को अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा जाता है, लेकिन टेंडर जारी करने में भी अनियमितताओं का आरोप लगा है.

एन्टी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक, इन्हीं प्राइवेट सिक्योरिटी कम्पनी में काम करने वाले दो सुरक्षाकर्मी ने ACB में शिकायत की कि सिक्योरिटी एजेंसी दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ इस घोटाले में शामिल है.

आरोप है कि एक ही सुरक्षाकर्मी को दिल्ली के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में तैनात दिखाकर सरकार से रकम वसूली जा रही थी. कई अस्पतालों में सुरक्षाकर्मियों की गिनती ज्यादा बताकर फर्जी बिलों के जरिए भुगतान हुए. अयोग्य उम्मीदवारों की भर्ती की गई. वहीं ईएसआई और भविष्य निधि के भी फर्जी दावे किए गए.

सरकारी अस्पतालों में सुरक्षाकर्मी की नौकरी के नाम पर रिश्वत लेने का भी आरोप है. दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर आरोप है कि सब कुछ जानते हुए भी प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी के फर्जी बिलों को पास किया गया.

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