प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के एक बड़े बुकी और क्रिप्टो करेंसी हैंडलर को गिरफ्तार किया है. इस आरोपी का नाम लक्ष्य विज है, जो दिल्ली के दिलशाद गार्डन का रहने वाला है. ईडी के मुताबिक, उसने एक अमेरिकी महिला से 4 लाख यूएस डॉलर की ठगी की थी. लक्ष्य विज का नाम चर्चा में तब आया था, जब 9 मार्च 2023 को गुजरात पुलिस ने दिल्ली के क्रॉस रिवर मॉल से उसे गिरफ्तार किया था, तब उसपर आरोप लगे थे कि दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने फोन कर उसे रिहा करवा दिया था.
जानें पूरा मामला
दरअसल 4 जुलाई 2023 को सीबीआई ने एक अमेरिकी महिला के साथ चार लाख यूएस डॉलर की ठगी के मामले में केस दर्ज किया था. आरोप था कि लिजा रोथ नाम की महिला को किसी ने माइक्रोसॉफ्ट का एजेंट बताते हुए फोन किया और उसे 4 लाख यूएस डॉलर एक क्रिप्टोकरंसी वॉलेट में ट्रांसफर करवा लिए.
ऐसे होता था पैसों का ट्रांसफर
जांच के दौरान यह पता चला कि यह पैसा प्रफुल्ल गुप्ता और उसकी मां सरिता गुप्ता की वॉलेट में गया है. जांच के दौरान यह भी पता चला कि करण चुग नाम का एक शख्स प्रफुल्ल गुप्ता से यह पैसा अलग-अलग वॉलेट में डलवा रहा है. इसके बाद क्रिप्टो करेंसी को बेचकर अलग-अलग इंडियन बोगस अकाउंट में यह पैसा ट्रांसफर किया गया और पैसे को करण चुग और लक्ष्य बीच के कहने पर ट्रांसफर किया गया. इसके बाद इस पैसे का लाभ फेयर प्ले 24 जैसे ऐप पर सट्टा खेलने वाले लोगों को मिला .
ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर 6 जून 2024 को कई जगहों पर छापेमारी की थी और बड़ी मात्रा में डिजिटल एविडेंस बरामद किए थे. इसके साथ में उन लोगों के बयान भी दर्ज कर लिए गए थे, जिनके वॉलेट का प्रयोग किया गया. जांच में यह पता चला कि लक्ष्य के कहने पर ही तमाम वॉलेट में पैसे को ट्रांसफर किया गया और वह इस ठगी का मास्टरमाइंड है. एड ने लक्ष्य को दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 5 दिन की एड की डिमांड पर भेज दिया गया है.