दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार तड़के एक इमारत गिरने से चार लोगों की मौत हो गई. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मुस्तफाबाद विधायक और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे. उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात करते हुए कहा कि अवैध इमारतों का मुद्दा मैंने कई बार उठाया है. उन्होंने कहा, यहां पर लिमिटेड लोगों की व्यवस्था हैं और पूरा इलाक़ा इलीगल हैं. मेरी मुख्यमंत्री जी से बात भी हुई हैं. निशित रूप से एक्शन लिया जाएगा, बैठक होगी और चर्चा होगी.
उन्होंने कहा कि जिस दिन से मैंने चुनाव जीता, मेरा एकमात्र मुद्दा अवैध इमारतों पर कार्रवाई करना रहा है. मान लीजिए, 25 या 50 गज की इमारत में सैकड़ों लोग रह रहे हैं, तो हादसा तो होना ही है. मैंने दिल्ली के उपराज्यपाल, आयुक्त और पुलिस आयुक्त से इस बारे में बात की है. मैंने विधानसभा में भी बार-बार इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
"यहां क़ब्रिस्तान बना रहे हैं"
इस मामले पर करावल नगर के विधायक कपिल मिश्रा ने कहा कि आशंका हैं कि अब भी 10 लोग इसके नीचे और हो सकते हैं, जो जो अधिकारी ज़िम्मेदारी हैं किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा. सीलमपुर, मुस्तफाबाद, जाफराबाद, जामिया मिलिया, पुरानी दिल्ली, सीमापुरी में यह धंधा बन गया हैं. यहां क़ब्रिस्तान बना रहे हैं. एमसीआर कमिश्नर को आदेश दे रहे की सबकी जांच होगी.
गौरतलब है कि शनिवार तड़के मुस्तफाबाद इलाके में एक इमारत गिरने से चार लोगों की मौत हो गई. इस संबंध में उत्तर पूर्वी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप लांबा ने बताया कि 14 लोगों को बचा लिया गया है. उन्होंने कहा कि 14 लोगों को बचा लिया गया, लेकिन उनमें से चार की मौत हो गई. यह चार मंजिला इमारत थी, बचाव अभियान जारी है. अभी भी आठ से दस लोगों के फंसे होने की आशंका है.
इमारत में 20 से 25 लोग रह रहे थे
जानकारी के अनुसार, इस चार मंजिला इमारत में 20 से 25 लोग रह रहे थे. घायलों को इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है. इमारत ढहने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), पुलिस और डॉग स्क्वायड की टीमें मौके पर मौजूद हैं और राहत-बचाव का कार्य किया जा रहा है.
डिवीजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया कि अग्निशमन विभाग को सुबह करीब 2:50 बजे एक कॉल मिली. उन्होंने बताया, "हमें सुबह करीब 2:50 बजे एक घर ढहने की सूचना मिली. हम मौके पर पहुंचे और पाया कि पूरी इमारत ढह गई है और लोग मलबे में फंसे हुए हैं. एनडीआरएफ, दिल्ली फायर सर्विस लोगों को बचाने के लिए काम कर रही है." (IANS इनपुट के साथ)