Tether के एसेट्स का ऑडिट करेगी इटली की फर्म

स्टेबलकॉइन Tether का कहना है कि वह डॉलर में डिनॉमिनेशन वाले रिजर्न के जरिए वैल्यू को बरकरार रखता है

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मार्च के अंत तक इसका रिजर्व लगभग 82.4 अरब डॉलर का था

बड़े स्टेबलकॉइन्स में से एक Tether ने अपने एसेट रिजर्व के ऑडिट के लिए एकाउंटिंग फर्म BDO Italia को नियुक्त किया है. इस वर्ष के अंत तक इस स्टेबलकॉइन के लिए तिमाही के बजाय मासिक रिपोर्ट पब्लिश करने का लक्ष्य है. Tether का कहना है कि वह डॉलर में डिनॉमिनेशन वाले रिजर्न के जरिए वैल्यू को बरकरार रखता है. इन रिजर्व को लेकर क्रिप्टो मार्केट में आशंका रहती है. इसी कारण से कुछ महीने पहले स्टेबलकॉइन TerraUSD में भारी गिरावट के बाद क्रिप्टो मार्केट में बिकवाली हुई थी. 

Tether को चलाने वाली ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स की फर्म तिमाही रिपोर्ट प्रकाशित करती है जिसमें एकाउंटिंग फर्मों की ओर से इसके एसेट्स की पुष्टि की जाती है. मार्च के अंत तक इसका रिजर्व लगभग 82.4 अरब डॉलर का था. इसमें से 39 अरब डॉलर अमेरिकी ट्रेजरीज और लगभग 20 अरब डॉलर कमर्शियल पेपर में लगाया गया था. Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, इटली की ऑडिट और एश्योरेंस फर्म BDO Italia के पास BDO इंटरनेशनल लिमिटेड की मेंबरशिप है. Tether के मैनेजमेंट में कम से कम दो एग्जिक्यूटिव इटली से हैं. इसकी टीम के अधिकतर मेंबर यूरोप और बहामास में मौजूद हैं. 

स्टेबलकॉइन्स ऐसी क्रिप्टोकरेंसीज होते हैं जो अपने मार्केट प्राइस को गोल्ड या सामान्य करेंसीज जैसे किसी रिजर्व एसेट से जोड़ने की कोशिश करते हैं. ये ऐसी डिजिटल ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक इस्तेमाल होते हैं जिनमें वर्चुअल एसेट्स को वास्तविक एसेट्स में कन्वर्ट करना शामिल होता है. USD Coin, Tether और Binance USD कुछ लोकप्रिय स्टेबलकॉइन्स हैं, जो अमेरिकी डॉलर से जुड़े हैं. क्रिप्टो का तेजी से बढ़ता वर्जन स्टेबलकॉइन एक्सचेंज के प्रमुख माध्यम के तौर पर उभरा है. इसका इस्तेमाल अक्सर ट्रेडर्स की ओर से फंड भेजने के लिए किया जाता है. 

प्रमुख स्टेबलकॉइन्स को बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के लिए एक्सचेंज करना आसान है. स्टेबलकॉइन्स में हाल की गिरावट से इनवेस्टर्स को काफी नुकसान हुआ था. ब्रिटेन की फाइनेंस मिनिस्ट्री ने TerraUSD जैसे बड़े स्टेबलकॉइन्स में गिरावट से निपटने के लिए योजना बनाने का फैसला किया है. अमेरिका में स्टेबलकॉइन्स के इश्युअर्स को बैंक जैसे रेगुलेशंस और निगरानी का सामना करना पड़ेगा. इससे जुड़े एक बिल का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है. फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी के सीनियर डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स इस ड्राफ्ट को फाइनल कर रहे हैं. 

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