क्रिप्टो सेगमेंट की कई फर्मों पर मार्केट की गिरावट से बैंकरप्सी का खतरा

मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस इस वर्ष के हाई से 56 प्रतिशत से अधिक कम हो चुका है

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बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग करने वाली क्रिप्टो फर्मों की संख्या बढ़ रही है

पिछले कुछ महीनों से क्रिप्टोकरेंसीज में गिरावट का इस सेगमेंट से जुड़ी कई फर्मों पर बड़ा असर पड़ा है. मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस इस वर्ष के हाई से 56 प्रतिशत से अधिक कम हो चुका है. कई क्रिप्टो फर्मों ने बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग की है या उन्हें जल्द फंड जुटाने की जरूरत है. कुछ ऐसे ही नाम हम नीचे बता रहे हैं.
 

Three Arrows Capital

लोन की पेमेंट करने में नाकाम रहने के कारण हाल ही में Three Arrows Capital को डिफॉल्ट नोटिस दिया गया था. ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स के एक कोर्ट ने Three Arrows Capital के लिक्विडेशन का ऑर्डर दिया है. कंसल्टेंसी फर्म Teneo को लिक्विडेटर नियुक्त किया गया है. 
 

Celsius Network

इस फर्म ने पिछले महीने बैंकरप्सी फाइलिंग की थी. इसे लगभग 1.19 अरब डॉलर का घाटा हुआ है. TerraUSD और Luna में भारी गिरावट के कारण क्रिप्टो मार्केट में काफी बिकवाली हुई थी और फर्म के लेंडिंग बिजनेस पर बड़ी चोट पड़ी थी. इसके बाद फर्म ने नुकसान पर लगाम लगाने के लिए कस्टमर्स की ट्रांजैक्शंस बंद कर दी थी. Celsius Network के ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के फैसले की टेक्सस स्टेट सिक्योरिटी बोर्ड सहित कुछ रेगुलेटर्स जांच कर रहे हैं. इस बारे में अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने भी फर्म से जानकारी मांगी है. 
 

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Voyager Digital

क्रिप्टो लेंडिंग से जुड़ी इस फर्म ने बैंकरप्सी के लिए आवेदन दिया है. फर्म का कहना है कि वह अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है. बैंकरप्सी के लिए दिए गए आवेदन में Voyager Digital ने बताया कि उसके एक लाख से अधिक क्रेडिटर्स हैं. यह आवेदन बैंकरप्सी के चैप्टर 11 के तहत दिया गया है, जिसमें सभी कानूनी मामलों पर रोक लगाई जाती है और फर्म को चलाने के साथ ही घाटे से उबरने की योजना तैयार करने की अनुमति दी जाती है.
 

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Vauld

इस फर्म ने कस्टमर्स की ट्रांजैक्शंस रोक दी हैं. स्टेबलकॉइन TerraUSD के धराशायी होने के कारण शुरू हुई बिकवाली में 12 जून के बाद से सिंगापुर की इस फर्म से कस्टमर्स ने लगभग 20 करोड़ डॉलर का विड्रॉल किया है. Vauld को कई कारणों से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इनमें मार्केट की वोलैटिलिटी और बिजनेस पार्टनर्स की वित्तीय मुश्किलें शामिल हैं. फर्म ने संभावित इनवेस्टर्स के साथ बातचीत भी शुरू कर दी है. 

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