क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला फैक्टर इसकी अनप्रिडिक्टेबिलिटी यानी कि अनिश्चितता है, लेकिन हां, इसका मतलब ये नहीं है कि यहां पर सबकुछ आउट ऑफ कंट्रोल है. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भी कुछ पैटर्न होते हैं, जिनका विश्लेषण करके बाजार के आगे के रुख का अनुमान लगाया जा सकता है. सबसे ज्यादा पुरानी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) है, और सबसे ज्यादा पॉपुलर भी. बिटकॉइन एक डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी है, यानी कि इसे किसी एक पॉइंट से यानी एक संस्था या व्यक्ति के जरिए नियंत्रित नहीं किया जा सकता है. बिटकॉइन के निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन दो ऐसी क्रिप्टोकरेंसी भी हैं, जो बिटकॉइन के साथ-साथ लाइमलाइट हासिल करने में कामयाब रही हैं, वो हैं- Ether और Tether. हाल ही में इन तीनों कॉइन के बीच दिखे कॉम्पिटिशन के चलते यह अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं कि ईथर और टेदर जल्द ही बिटकॉइन को पछाड़ सकते हैं.
Ether के बारे में
Ether को बिटकॉइन का सबसे बड़ा विकल्प माना जाता है, इसलिए इसे Altcoin भी कहा जाता है. मार्केट कैपिटलाइजेशन यानी बाजार पूंजीकरण के मामले में यह दूसरे नंबर पर आता है. ईथर का मौजूदा प्राइस रेंज 2.37 लाख रुपये के आस-पास चल रहा है. बिटकॉइन के कॉम्पटिशन में ईथर ने लगातार मजबूत पोजिशन बनाए रखी है.
क्या ये बिटकॉइन को पछाड़ सकती है?
Pantera Capital के CEO, डैन मोरहेड ने कथित तौर पर कहा है कि ईथर जल्द ही बिटकॉइन को पछाड़ सकता है. ईथर का अपग्रेड Ether 2.0 (ETH2) भी इन संभावनाओं को जन्म दे रहा है कि इसकी वैल्यू आने वाले वक्त में काफी बढ़ सकती है. इस अपग्रेड से ब्लॉकचेन पर और बेहतर फीचर्स मिलेंगे.
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इथीरियम की वेबसाइट के मुताबिक, इस अपग्रेड का उद्देश्य ईथर को और ज्यादा स्केलेबल यानी विस्तार करने की क्षमता वाला, ज्यादा सुरक्षित और पर्यावरण की सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा सस्टेनेबल बनाना है. इससे ट्रांजैक्शन के लिए एक मिनिमम पेमेंट भी लाया जाएगा. इससे ETH2 में ऐसे निवेशकों की संख्या बढ़ सकती है, जो अपने क्रिप्टो कॉइन्स को ज्यादा बेहतर तरीके से स्टोर करने की इच्छा रखते हैं.
Tether के बारे में
Tether इथीरियम ब्लॉकचेन पर काम करने वाला एक स्टेबलकॉइन है. स्टेबलकॉइन्स को फिएट करेंसी यानी कि ट्रेडिशनल करेंसी जैसे- रुपया, डॉलर, का समर्थन मिलता है, जिसके चलते ये बिटकॉइन या अल्टकॉइन जितना वॉलेटिलिटी यानी कि अनिश्चितता का शिकार नहीं होता है. क्रिप्टो की दुनिया में Tether सबसे ज्यादा मजबूत स्टेबलकॉइन है और 100 बिलियन डॉलर मार्केट कैप के साथ यह चौथे नंबर पर है. इसकी कीमत 30 सितंबर, 2021 को दोपहर 12 बजे के आसापास 78.65 रुपये है, जो कि बिटकॉइन और ईथर से बहुत ही ज्यादा कम है.
क्या ये बिटकॉइन से आगे निकल सकता है?
Tether अतीत में एक बार एक लिहाज से बिटकॉइन को पछाड़ चुका है. दिसंबर, 2020 में यह बिटकॉइन से भी ज्यादा ट्रेड की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी बन गया था. बिटकॉइन अपने मार्केट कैप की वजह से बाजार का सबसे बड़ा प्लेयर है, लेकिन जब स्टेबिलिटी की बात आती है तो बिटकॉइन और ईथर इसके सामने कहीं नहीं ठहरते. Tether को फिएट करेंसी से मिलने वाले सपोर्ट के चलते इसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. ऐसे में अगर यह एक बार फिर बिटकॉइन को पछाड़ दे तो इसमें हैरानी नहीं होगी.
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