Terra ब्लॉकचेन से जुड़े LUNA में जबरदस्त गिरावट के चलते निवेशकों का अरबों रुपया डूब गया. लूना में पिछले दो हफ्ते में जो उथल-पुथल हुई है, उसने निवेशकों समेत पूरी क्रिप्टो इंडस्ट्री को तगड़ा झटका दिया है. इसके बाद छोटे निवेशकों समेत बड़े निवेशकों के हाथ भी क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने के लिए कांपने से लगे हैं. मात्र दो हफ्तों में लूना टोकन की कीमत आसमान से जमीन पर आकर औंधे मुंह गिर गई. टोकन पूरी तरह से क्रैश हो गया और इसकी वैल्यू लगभग जीरो हो गई. Binance के फाउंडर Changpeng Zhao को भी लूना की इस गिरावट से बड़ा झटका लगा है. इसी को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने LUNA के क्रैश के कारण हुए उनके नुकसान को बताया और खुद को 'गरीब' कहा है.
Binance के फाउंडर Changpeng Zhao ने 2018 में टेरा नेटवर्क में निवेश किया था. उस वक्त झाओ ने इसमें 30 लाख डॉलर (लगभग 23 करोड़ रुपये) का निवेश किया था. झाओ को इस निवेश के बदले LUNA के 1.5 करोड़ टोकन मिले थे. 2022 के अप्रैल में लूना अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर था. इस हिसाब से उस वक्त झाओ के पास 1.6 अरब डॉलर की संपत्ति थी. टोकन जब क्रैश हुआ तो यह कीमत 2 हजार डॉलर (लगभग 1.5 लाख रुपये) भी नहीं रही.
Binance के फाउंडर Changpeng Zhao ने एक ट्वीट के जरिए टेरा के टोकन लूना की गिरावट से हुए नुकसान के बारे में लिखा और कहा कि वो फिर से गरीब हो गए हैं.
LUNA के क्रैश होने से झाओ को अरबों का नुकसान हुआ है. उन्होंने लिखा कि कैसे उनकी अरबों डॉलर की संपत्ति केवल कुछ हजार डॉलर में सिमटकर रह गई. बाइनेंस पर टेरा फिलहाल 18 प्रतिशत गिरावट के साथ $0.0001416 पर ट्रेड कर रहा है. बाइनेंस पर लूना के 1.5 करोड़ टोकन हैं. अगर इसकी वर्तमान मार्केट वैल्यू देखें तो लूना की होल्डिंग केवल 2,124 डॉलर (लगभग 1.55 लाख रुपये) की है. बाइनेंस के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 7 दिनों में टेरा लूना की कीमत 99.15 प्रतिशत गिर गई. फिलहाल इसकी पॉपुलरिटी रैंक 213 है और मार्केट कैपिटलाइजेशन 71 अरब रुपये है.
अप्रैल के पहले हफ्ते में लूना अपने चरम पर था. उस वक्त इस टोकन ने अपना अब तक सबसे उच्चतम स्तर $119 (लगभग 9 हजार रुपये) भी छुआ. इसी का साथी टोकन Terra UST भी बहुत अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहा है. इसकी कीमत में आज 20 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है और यह 10 सेंट के नीचे ट्रेड कर रहा है. पिछले 7 दिनों में यह स्टेबल कॉइन 78 प्रतिशत नीचे गिर चुका है.