- फिल्म डायरेक्टर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी को 30 करोड़ के ठगी के केस में गिरफ्तार किया गया है
- दोनों को मुंबई से उदयपुर पुलिस सोमवार रात 10 बजे लेकर आई और एसीजेएम कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड दी है
- विक्रम भट्ट ने जोधपुर हाईकोर्ट में इस मामले में चुनौती याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई 7 दिसंबर को होनी है
बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी को उदयपुर की एसीजेएम कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. उदयपुर पुलिस सोमवार रात 10 बजे दोनों को मुंबई से उदयपुर लेकर आई थी. दोनों को 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में 7 दिसंबर को मुंबई से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद उन्हें चित्रकूट नगर महिला अपराध एवं अनुसंधान सेल में रखा गया. विक्रम भट्ट ने इस मामले में पहले ही जोधपुर हाईकोर्ट में चुनौती याचिका दायर कर रखी है, जिसकी सुनवाई भी आज होनी है.
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क्या है मामला?
उदयपुर के इंदिरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक डॉ. अजय मुर्डिया ने 17 नवंबर को विक्रम भट्ट सहित 8 लोगों के खिलाफ 30 करोड़ की धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी. डॉ. मुर्डिया का आरोप है कि एक इवेंट में उनकी मुलाकात दिनेश कटारिया से हुई थी। कटारिया ने उनकी पत्नी की बायोपिक बनाने का प्रस्ताव दिया. इसके बाद 24 अप्रैल 2024 को उन्हें मुंबई स्थित वृंदावन स्टूडियो बुलाया गया, जहां कटारिया ने विक्रम भट्ट से मिलवाया और बायोपिक पर चर्चा हुई.
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पैसे और फिल्में
आरोप है कि इंदिरा एंटरटेनमेंट से कुल ₹42,70,82,232 का भुगतान किया गया. चार फिल्मों का निर्माण ₹47 करोड़ में तय हुआ था. लेकिन विक्रम भट्ट और श्वेतांबरी ने केवल दो फिल्में ही रिलीज़ कीं. तीसरी फिल्म ‘विश्व विराट' सिर्फ 25% पूरी हुई और चौथी फिल्म ‘महाराणा-रण' की शूटिंग शुरू भी नहीं हुई. आरोप है कि डायरेक्टर ने फिल्म ‘महाराणा-रण' के लिए मिली ₹25 करोड़ सहित ₹30 करोड़ की राशि हड़प ली.














