घड़ी की सुइयां टिक-टिक करते हुए दौड़ रही थीं और देश की सबसे काबिल समझी जानी वाली मुंबई पुलिस पर प्रेशर लगातार बढ़ रहा था. मुंबई में बॉलीवुड स्टार सैफ अली खान के घर में घुसकर उन पर जानलेवा हमला करने वाला फरार था. पुलिस के पास हमलावर की तस्वीर थी, लेकिन शातिर हमलावर हर दिन रूप बदल रहा था. कभी वह नीली कमीज में दिखता, कभी उसकी पीली कमीज वाली तस्वीर सामने आती.
चेहरे-मोहरे के झांसे में एक नशेड़ी को उठाकर मुंबई पुलिस अपनी फजीहत करवा चुकी थी. पुलिस की करीब 35 टीमें दिन-रात एक किए हुए थीं. इनमें मुंबई पुलिस के सबसे काबिल अफसर शुमार थे. इस वारदात के 70 घंटे बाद पुलिस को वह लीड हाथ लगी, जिससे उसकी सांस में सांस आई. कई बार छकाने के बाद हमलावर का सुराग मिल चुका था और चंद घंटे बाद वह मुंबई पुलिस की गिरफ्त में था.
वारदात के ठीक 80 घंटे बाद मुंबई पुलिस ने रविवार की सुबह प्रेस कॉन्फेंस की. उसने ऐसे कई खुलासे किए, जो हैरान करने वाले हैं. सैफ अली पर हमले का बांग्लादेशी कनेक्शन पुलिस ने सामने रख दिया है.
सैफ के हमलावर और पुलिस के बीच तू डाल-डाल मैं पात-पात वाली कहानी मुंबईया फिल्मों की कहानी से अलग नहीं है. मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद, यह वह शख्स है, जिसने सैफ अली खान की पीठ पर वह चाकू घोंपा जिसका ढाई इंच का टुकड़ा टूटकर उनकी रीढ़ की हड्डी में धंस गया था.
सैफ पर हमले की वारदात से खड़े हुए कई सवाल
सवाल 1. शहजाद यदि चोरी करने के लिए आया था तो उसने सैफ अली खान का ही घर क्यों चुना?
सवाल 2. यदि चोरी करनी थी तो फिर वहां से कुछ भी उठाया क्यों नहीं? पुलिस के अनुसार सैफ के घर से कोई चीज नहीं चुराई गई.
सवाल 3. शहजाद यदि चोरी करने में सफल नहीं हुआ तो उसने सैफ अली खान पर जानलेवा हमला क्यों कर दिया, जबकि वह वहां से भाग सकता था?
सवाल 4. शहजाद के कई अलग-अलग नामों से अपनी पहचान जाहिर करने के पीछे क्या कारण है?
सवाल 5. दिग्गज क्रिकेटर रहे नवाब मंसूर अली खान पटौदी और गुजरे जमाने की प्रख्यात एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर के बेटे सैफ अली खान पर हमले के पीछे क्या कोई गहरी साजिश है या फिर यह सिर्फ एक सामान्य घटना थी?
मुंबई पुलिस के सूत्रों के अनुसार पुलिस को शक है कि सैफ अली खान के घर में कुछ महीनों पहले एक पार्टी थी, जिसमें अपनी हाउस कीपिंग एजेंसी के जरिए आरोपी शहजाद सैफ के घर में गया था. पुलिस इस बात की जांच कर रही है.
शहजाद क्यों बना बिनॉय दास?
मुंबई पुलिस के मुताबिक शहजाद बिनॉय दास बनकर मुंबई में रह रहा था. शहजाद ने इस वारदात के बाद तो लगातार अपनी लोकेशन बदली ही, लेकिन पांच छह महीने पहले मुंबई आने के बाद से वह कई बार अपने ठिकाने बदल चुका था. नाम के अलावा वह पते बदल रहा था. पांच-छह महीने वह मुंबई में ठहरा और फिर मुंबई से सटे इलाके में मूव कर गया. करीब 15 दिन पहले वह फिर मुंबई में दाखिल हुआ और वह वारदात कर डाली, जिसने मायानगरी को ही नहीं, पूरे देश को हिलाकर रख दिया.
क्या मोहम्मद शहजाद का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड है? जिस तरह से उसने चाकू लेकर वारदात को अंजाम दिया और फिर मुंबई पुलिस के पसीने छुड़ा दिए, उससे यह यकीन करना मुश्किल है कि यह उसकी पहली वारदात है. मुंबई पुलिस ने उसे ठाणे से गिरफ्तार किया है.
अंतरराष्ट्रीय साजिश की आशंका नकारी नहीं जा सकती
मुंबई पुलिस ने शहजाद को गिरफ्तार करने के बाद रविवार को बांद्रा की एक अदालत में पेश किया. कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. अदालत ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय साजिश से संबंधित पुलिस की दलील को खारिज नहीं किया जा सकता. पुलिस का कहना है कि हमलावर बांग्लादेशी नागरिक है, और उसकी इस करतूत के पीछे के मकसद का पता लगाने जरूरी है.
दूसरी तरफ शहजाद के वकील संदीप डी शेरखाने का तर्क है कि वह कई साल से भारत में रह रहा है और उसके पास महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं. उसका परिवार भी भारत में रह रहा है. शेरखाने ने यह भी कहा कि, मामला एक्टर सैफ अली खान से जुड़ा होने के कारण इसको तूल दिया गया है.
हमला करने के पीछे क्या था असल मकसद?
मामले की जांच कर रहे अधिकारी का कहना है कि सवाल यह है कि शहजाद सैफ के घर में दाखिल कैसे हो गया और हमला करने के पीछे का उसका असल मकसद क्या था? इस बात का पता लगाना जरूरी है. मुंबई पुलिस के मुताबिक शहजाद एक बांग्लादेशी नागरिक है, जो अवैध रूप से भारत में आया और बाद में उसने अपना नाम बदलकर बिजॉय दास रख लिया था.
शहजाद 16 जनवरी को तड़के कथित रूप से चोरी करने के लिए बांद्रा में सतगुरु शरण बिल्डिंग में बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान के अपार्टमेंट में घुसा था. उसने सैफ अली पर चाकू से कई वार किए थे. इसके बाद सैफ की लीलावती अस्पताल में करीब पांच घंटे तक सर्जरी की गई थी.