दिल्ली की तिहाड़ जेल से 200 करोड़ से ज्यादा की ठगी और जबरन वसूली करने वाले सुकेश चंद्रशेखर को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने आज पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. सुकेश पर दिल्ली पुलिस ने मकोका लगाया है. पुलिस ने कोर्ट से उसकी 28 दिन की रिमांड मांगी. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि कैसे सुकेश ने तिहाड़ जेल के अंदर से हवाला रैकेट ऑपरेट किया, दुबई और कई दूसरे देशों तक लिंक्स बनाए और रंगदारी के पैसे वहां पहुंचाए. सुनवाई के बाद अदालत ने सुकेश को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा दिया.
पुलिस ने बताया कि सुकेश ने कॉल स्फुपिंग के जरिए देश की सबसे बड़ी अथॉरिटी के नाम पर रंगदारी वसूली. सुकेश जेल के अंदर से एक संगठित क्राइम सिंडिकेट चला रहा था. इसमें जेल के अधिकारी भी शामिल पाए गए.
कोर्ट ने पुलिस से पूछा कि किस आधार पर मकोका लगाया गया. कोर्ट ने कहा कि क्राइम सिंडिकेट में चार से ज्यादा लोग शामिल होना जरूरी हैं. यह अकेला कैसे सिंडिकेट चला रहा था. कानून की परिभाषा को आप अपने हिसाब से परिभाषित नहीं कर सकते. जज ने मकोका की परिभाषा समझाते हुए कहा कि पिछले 10 साल में दो से ज्यादा चार्जशीट का संज्ञान लिया हो और जिसमें सिंडिकेट दिखता हो, उसे मकोका कहते हैं. कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए पूछा बताएं कि एक अकेले आदमी पर कैसे मकोका लगाया, जाईए पहले मेटेरियल इकट्ठा करिए और जांच पूरी करिए.
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया सुकेश लंबे वक्त से जेल में, जेल के लोगो की मिलीभगत से गिरोह चला रहा है. कोर्ट ने कहा कि भले यह दुनिया का सबसे खतरनाक आदमी है, पर कोर्ट कानून के हिसाब से चलता है.
पुलिस ने कोर्ट को बताया कि सुकेश चंद्रशेखर जेल में दो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था और उसी मोबाइल से स्नूपिंग करके भारत सरकार के कानून मंत्री के ऑफिस के नंबर से फोन करके रेलिगेयर के प्रमोटर मालविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह से 200 करोड़ वसूले. अदिति को पैसे न देने की सूरत में उनकी बेटी जो स्विजरलैंड में है, की हत्या करने की धमकी दी. सारा पैसा हवाला के जरिए विदेश भेजा गया. येह पूरा काम एक प्लानिंग के तहत किया गया.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सुकेश के पास से 24 लग्ज़री गाड़ियां भी बरामद की हैं. कोर्ट को पुलिस ने बताया कि सुकेश जिस जेल में बंद रहा वहां उसने जेल के अधिकारियों को पैसा दिया, सेट किया, उगाही रैकेट चलाया. हमेशा जेल के अंदर लेटेस्ट मोबाइल इस्तेमाल किया. और जब उसे लगा पकड़ा जाऊंगा तो फोन तोड़ दिया और डेटा डिलीट कर दिया.
सुकेश देश की अलग-अलग जेलों में रहने के दौरान जेल स्टाफ को घूस देकर लोगों से पैसे वसूलता था. इस काम में उसकी पत्नी भी शामिल रही है. इनके खिलाफ चेन्नई और महाराष्ट्र में केस दर्ज हुए थे जिसमें संज्ञान भी लिया जा चुका है, 2013 की एफआईआर है. यह जेल से और इसकी पत्नी बाहर रहकर ऑपरेट करती है. इसलिए इस पर मकोका लगाया गया है.
सुनवाई के बाद अदालत ने सुकेश को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा दिया. कोर्ट ने पुलिस की जिरह के बाद एक आर्डर फिर लिखवाया. इसके बाद बाकी दो आरोपियों दीपक और प्रदीप को सात दिन की पुलिस रिमांड मिली. इस मामले में अब तक सुकेश समेत कुल 8 लोग गिरफ्तार हुए हैं.