'मां को मुक्ति दे दी...' : मां की हत्या कर बेटे ने लिखा 77 पेज का नोट और फिर खुद कर लिया सुसाइड

क्षितिज ने सुसाइड नोट में बताया है कि उसका कोई दोस्त नहीं था, पिता की मौत के बाद आर्थिक तंगी थी, मां बीमार रहने लगी थी खुद वो बीमार रहने लगा था, इलाज करने के पैसे नहीं थे. मां को बीमारी वाली शरीर से मुक्ति दिलाना चाहता था. फिर उसने सबसे पहले मां का गला घर मे रखे वायर से दबाया, उसके बाद घर में रखे नुकीले कटर से गला काटकर हत्या कर दी.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
77 पेज का सुसाइड नोट बरामद
नई दिल्ली:

दिल्ली के बुद्ध विहार में 1 सितंबर को मां की हत्या करने 25 साल के क्षितिज ने सुसाइड कर लिया. क्षितिज ने 77 पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा. इस सुसाइड नोट को पढ़ने के बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी हैरान हैं सुसाइड नोट के मुताबिक क्षितिज ने अपनी मां की हत्या 1 सितंबर को की थी और दो दिन तक वो मां की लाश के साथ रहने के बाद खुद सुसाइड किया. सुसाइड नोट में मां की हत्या करने के बाद दो दिन तक उसने घर में क्या क्या किया उसका भी जिक्र किया गया है. क्षितिज ने सुसाइड नोट में बताया है कि उसका कोई दोस्त नहीं था, पिता की मौत के बाद आर्थिक तंगी थी, मां बीमार रहने लगी थी खुद वो बीमार रहने लगा था, इलाज करने के पैसे नहीं थे. मां को बीमारी वाली शरीर से मुक्ति दिलाना चाहता था. फिर उसने सबसे पहले मां का गला घर मे रखे वायर से दबाया, उसके बाद घर में रखे नुकीले कटर से गला काटकर हत्या कर दी.

इसके बाद वो मां की लाश के साथ दो दिन रहा, हत्या के कुछ घंटों बाद लाश से बदबू आने लगी तो गंगा जल छिड़का फिर लाश के पास बैठकर भागवत का पाठ करना शुरू किया उसे भी पूरा नहीं कर पाया क्योंकि लाश से बदबू आ रही थी. बदबू हटाने के लिए डिओड्रेन छिड़का. इस तरह की कई बातें सुसाइड नोट में लिखीं. जिस से पढ़कर मौके से वो तमाम चीजें पुलिस ने बरामद की हैं.

सुसाइड नोट में आर्थिक तंगी, गरीबी के बारे में भी क्षितिज ने लिखा. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुसाइड नोट पढ़ने से ऐसा लगता है की क्षितिज काफी अकेला हो चुका था. एक तरह से साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर का शिकार हो चुका था, अपने हालातों की वजह से डिप्रेशन में चला गया था. पुलिस को आसानी से इस वारदात की खबर भी नहीं लगती वो तो क्षितिज के पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने क्षितिज को कॉल किया क्योंकि वो क्षितिज की मां के साथ रोजाना सत्संग में जाती थीं.

Advertisement

ये भी पढ़ें : नोएडा में हिस्ट्रीशीटर की बाइक सवार बदमाशों ने की गोली मारकर हत्या

पड़ोसी महिला ने क्षितिज को कॉल करके पूछा कि तुम्हारी मां कहां हैं बदले में क्षितिज ने जवाब दिया की वो तो मर गईं और अब मैं भी मर रहा हूं, इतना कहकर उसने फोन काट दिया 'जिसके बाद पड़ोसी महिला ने पुलिस को जानकारी दी और पुलिस मौके पर पहुंची दरवाजा तोड़ा तो मां बेटे की लाश पड़ी थी.

Advertisement

(अगर आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्‍स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ के पास जाएं) हेल्‍पलाइन वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्‍थ 9999666555 पर कॉल करें, या help@vandrevalafoundation.com पर लिखें TISS iCall 022-25521111 (सोमवार से शनिवार तक उपलब्‍ध - सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Manipur Violence: मणिपुर को लेकर Ministry Of Home Affairs ने क्या सख़्त कदम उठाए? | Neeta Ka Radar