श्रद्धा मर्डर केस ने हर किसी को बुरी तरह से हिला दिया है. अब इस मामले में रोज कुछ न कुछ नए खुलासे हो रहे हैं. श्रद्धा वालकर और आफताब के रिश्तों को लेकर गॉडविन रोड्रिग्स नाम के एक शख्स ने कई राजे खोले हैं. गॉडविन वह शख्स है, जिसने दावा किया है कि श्रद्धा के साथ आफताब काफी मारपीट करता था. इसका दावा है कि इसने एक बार मारपीट के बाद श्रद्धा की मदद की थी. श्रद्धा की अपने दोस्तों के साथ व्हॉट्सऐप चेट पर हुई बातचीत के कई स्क्रीनशॉट भी सामने आए हैं. जिनमें श्रद्धा अपने दोस्तों से मारपीट करने का जिक्र करती हुई दिख रही हैं. गॉडविन ने NDTV को बताया कि उसने साल 2020 में श्रद्धा की मदद की थी.
एनडीटीवी से विशेष बातचीत में गॉडविन ने दावा किया कि श्रद्धा ने उन्हें बताया था कि आफताब ड्रग्स बेचता था और खरीदने वाले उसके पास रात में भी आते थे. इतना ही नहीं, जब आफताब घर पर नहीं होता था तो ग्राहकों को श्रद्धा ड्रग्स बेचती थी. इसके लिए श्रद्धा ने कहा था कि उसके पास इसके सबूत हैं. गॉडविन ने बताया कि नवंबर 2020 में भी आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की थी. इसके बाद श्रद्धा ने अपने ऑफिस में कॉल करके मदद मांगी थी, उसी ऑफिस में गॉडविन का भाई काम करता था. श्रद्धा का ऑफिस दूर था. इसलिए गॉडविन के भाई ने उसे कॉल करके कहा था कि आप श्रद्धा की मदद कीजिए, क्योंकि आप उसके पास में ही रहते हैं.
गॉडविन ने बताया कि इसके बाद मैंने श्रद्धा को कॉल कर अपने पास बुलाया और अपने घर लेकर गया. उसके शरीर पर गहरी चोट के निशान थे. मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद मैं उसे अपने दोस्त के साथ पुलिस थाने लेकर गया और शिकायत दर्ज करवाई. गॉडविन का दावा है कि श्रद्धा की अपने परिवार या किसी रिश्तेदार से कोई बातचीत नहीं होती थी. युवक ने बताया कि पुलिस में शिकायत के बाद श्रद्धा को अपने घर पर ले गया था, इसके बाद आफताब के श्रद्धा के पास की कॉल आए. आफताब ने माता-पिता से बात करने के बाद श्रद्धा वापस चली गई थी. आफताब ने गॉडविन के साथ भी फोन पर बदसलूकी की थी.
गॉडविन ने बताया कि आफताब के खिलाफ श्रद्धा ने अपनी शिकायत वापस क्यों ले ली, इसकी जानकारी नहीं. हालांकि, नई नौकरी मिलने पर गॉडविन से एक बार फिर श्रद्धा की बातचीत हुई. उस वक्त श्रद्धा दुबई शिफ्ट होने की बात कह रही थी. बाद में आफताब और श्रद्धा दोनों ने शहर बदल लिया और मुझसे उसका संपर्क खत्म हो गया. श्रद्धा के सहकर्मी करण ने भी एनडीटीवी को बताया कि नवंबर 2020 में पहली बार मुझे श्रद्धा के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के बारे में पता चला. वह इससे पहले अक्सर बीमार रहती थी. तब मैंने उसकी मदद करने की कोशिश की थी और कुछ हफ्तों तक उसकी निगरानी करता रहा.
श्रद्धा मुंबई में जिस कॉल सेंटर में काम करती थी, उसमें करण उसका टीम मैनेजर था. करण ने NDTV को बताया, "मैंने श्रद्धा से चोट की तस्वीरें मंगवाई थी, उन्हें देखकर मैं टूट गया और सोचने लगा कि उसके साथ कोई इस कदर कैसे मारपीट कर सकता है. करण ने बताया कि मैंने श्रद्धा को सलाह दी कि वह तत्काल सुरक्षा के लिए अपनी मां और बहन के पास चली जाए या पुलिस से संपर्क करे. मैं श्रद्धा और आफताब को शादीशुदा समझता था, क्योंकि श्रद्धा ने आफताब को अपना पति बताया था.
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