छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में 12 वर्षीय बेटी के खाना नहीं बनाने और पशु को चारा नहीं डालने से नाराज माता-पिता ने उसकी कथित रूप से हत्या कर शव को जंगल में छुपा दिया. पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि जिले के दरिमा थाना क्षेत्र में बेटी न्यासा एक्का की हत्या के आरोप में पुलिस ने विश्वनाथ एक्का और उसकी पत्नी दिलसो एक्का को गिरफ्तार कर लिया है. अधिकारियों के मुताबिक, तीन जुलाई को विश्वनाथ ने दरिमा थाने पहुंचकर पुलिस को बताया था कि उसकी बेटी न्यासा 29 जून से लापता है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया विश्वनाथ की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर न्यासा की खोजबीन शुरू की. इस बीच विश्वनाथ 26 अगस्त को थाने पहुंचा और पुलिस को बताया कि उसकी बेटी का कंकाल लिबरा गांव के जंगल में है. उसने बताया कि उसने कपड़े और चप्पल के आधार पर बेटी की पहचान की है.
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अधिकारियों ने बताया कि विश्वनाथ की सूचना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हत्या की आशंका जताई. जब पुलिस ने विश्वनाथ से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि न्यासा बिना बताए घर से भाग गई थी और माता-पिता की बात नहीं मानने से वह नाराज था. विश्वनाथ ने बताया कि 28 जून को न्यासा ने खाना नहीं बनाया और बैल को चारा नहीं दिया तो उसने बेटी पिटाई की और इस दौरान वह गिर पड़ी और पत्थर से टकरा गई.
पुलिस ने बताया कि इस घटना में न्यासा की मौत हो गई और बाद में उसने पत्नी दिलसो के साथ मिलकर बेटी के शव को जंगल में छुपा दिया.
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