यूपी के मुरादाबाद में हत्या का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हैरानी होती है. नौ साल पहले मनवीर नाम के एक व्यक्ति पर छेड़खानी का आरोप लगा तो घनश्याम ने पंचायत के फैसले के आधार पर उसे जूतों की माला पहनाई. जिस घनश्याम ने जूतों की माला पहनाई थी, उससे बदला लेने के लिए नौ साल बाद मनवीर ने उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बदले की पूरी कहानी बताकर सबको चौका दिया.
मुरादाबाद में मनवीर नाम ने हत्या के आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि, ''घनश्याम सैनी की हत्या मैंने ही की है. मेरी उससे पुरानी रंजिश थी. करीब 9 साल पहले मेरे ऊपर घनश्याम ने उसकी भतीजी के साथ छेड़छाड़ करने का झूठा आरोप लगाते हुए अपने घर में बिरादरी वालों की पंचायत कर मुझे दोषी ठहराते हुए मुझे जूतों की माला पहनाई थी. इसके बाद जूतों, चप्पलों से मेरी पिटाई करके मेरा घोर अपमान किया था.''
उसने बताया कि, ''उस समय किसी भी पक्ष के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई थी. उसके बाद मैं शर्म के मारे घर से नहीं निकल पाता था और फिर हर व्यक्ति मेरा मजाक बनाते थे. इसलिए बदला लेने के लिए मैंने घनश्याम की हत्या कर दी.''
आरोपी शर्म के मारे मुरादाबाद से राजस्थान चला गया था
आरोपी मनवीर ने कहा कि वह शर्म के कारण मुरादाबाद का पाकबडा छोड़कर राजस्थान चला गया और ट्रक ड्राइवर का काम करने लगा. लेकिन जब कभी वह वापस अपने घर पाकबड़ा आता था तो मोहल्ले वाले उस पर छींटाकशी करते हुए उसका मजाक बनाते थे. जब कभी मेरे रिश्ते वाले आते थे, तब घनश्याम सैनी व मौहल्ले वाले उनको उसके अपमान की बात बताते थे. आरोपी का दावा है कि इस वजह से उसका कहीं रिश्ता भी नहीं हो पा रहा था. आरोपी ने कहा कि इस बात को लेकर मेरे मन में घनश्याम के प्रति काफी नफरत हो गई थी और वह उससे अपने अपमान का बदला लेने के बारे में सोचता रहता था.
आरोपी ने कहा कि, ''जब कभी मैं उसको देखता था तो मेरा खून खौल जाता था. इस वर्ष रक्षाबंधन पर मैं पाकबड़ा अपने घर पर आ गया था. मैं यहीं पर रुका हुआ था और घनश्याम सैनी को मारने के लिए मौके की फिराक में था, लेकिन घनश्याम मुझे अकेला नहीं मिल पाया. मैं उस पर नजर रखे हुए था.
मौका मिलते ही घनश्याम सैनी को उतारा मौत के घाट
उसने बताया कि, ''घनश्याम सैनी 16-17 अक्टूबर की रात में जब अपने घर से अपने खेत को अकेला जा रहा था तब मैंने उसको अपने देख लिया था. उसके जाने के कुछ देर बाद मैं अपने घर से पहले से रखे हुए चाकू को लेकर उसके खेत पर पहुंचा. मुझे घनश्याम सोया हुआ मिला. मैं उसके प्रति नफरत व गुस्से से भरा हुआ था. मैंने चाकू से सबसे पहले घनश्याम की गर्दन पर वार किया और फिर लगातार उसके चेहरे, हाथ, कंधे पर तब तक चाकू से वार करता रहा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई. मैंने घनश्याम को चीखने तक का मौका नहीं दिया.''
मनवीर ने कहा कि, ''मैंने खून लगे हुए चाकू को लोहिया की बाउण्ड्री के किनारे पड़ी लकड़ियों के पीछे छुपा दिया था. इसके बाद छुपते हुए मैं अपने घर में चला आया और अपने पहने हुए कपड़े, जिन पर खून लग गया था, को उतारकर घर में ही धुलने के लिए रख दिया था. मुझे यकीन था कि इतनी पुरानी घटना के बदले वाली बात किसी के दिमाग में नहीं आएगी और मेरे ऊपर कोई शक भी नहीं करेगा, इसलिये मैं भागा नहीं था बल्कि अपने आसपास के मिलने जुलने वालों के पास चला गया था. जब मुझे पता लगा कि पुलिस को मुझ पर शक हो गया है और पुलिस मेरी तलाश कर रही है तो आज मैं राजस्थान भागने के लिए जीरो प्वाइन्ट पर किसी ट्रक के इंतजार में खड़ा था कि पुलिस ने मुझे पकड़ लिया.''
गला काटकर जान ले ली
मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना इलाके में 17 अक्टूबर को घनश्याम सैनी का शव खेत में पड़ा मिला था. घनश्याम सैनी की हत्या धारदार हथियार से गला काटकर की गई थी. मृतक के परिजनों के अनुसार घनश्याम खेत पर सब्जियों की रखवाली करने गया था, वहीं पर उसकी हत्या कर दी गई. पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपी की तलाश शुरू कर दी. अब पुलिस ने हत्या का खुलासा करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसे जेल भेज दिया गया है.