मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के एक निवासी ने हाल ही में अपने मकान मालिक पर आरोप लगाया था कि उसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के चलते घर खाली करने को कहा गया. इंदौर के पीर गली के रहने वाले युसूफ खान ने पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए कहा था कि वे प्रधानमंत्री से प्रेरित हैं और घर में उनकी तस्वीर है.उ नके जमींदार याकूब मंसूरी, सुल्तान मंसूरी, शरीफ मंसूरी द्वारा को ये बात पसंद नहीं आई और उनपर फोटो हटाने का दबाव बनाया गया. वहीं अब इस मामले में पुलिस का बयान आया है और युसूफ खान के आरोपों को गलत बताया है.
एसएचओ, एमजी रोड पीएस, धर्मवीर सिंह नगर ने बुधवार को कहा कि युसूफ खान ने आरोप लगाया कि उसके मकान मालिक ने उसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के लिए घर खाली करने के लिए कहा. लेकिन वो लंबे समय से किराया नहीं दे रहा था और "सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए" उसने ऐसी शिकायत का सहारा लिया.
एसएचओ सिंह ने एएनआई को बताया कि "यूसुफ लंबे समय से मालिक का किराया नहीं दे रहा है. जब भी उन्होंने किराया मांगा, तो वे उनके साथ दुर्व्यवहार करता. उसने जो साक्षात्कार दिया और जो शिकायत दर्ज की, उसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. ऐसी कोई बात नहीं आई है. मेरे अनुसार, यूसुफ ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए आकर्षण का केंद्र बनने के लिए ऐसा किया, "
लगाए थे गंभीर आरोप
यूसुफ ने आरोप लगाया था कि जमींदारों ने प्रधानमंत्री की तस्वीर नहीं हटाने पर उन्हें 'पीटने' की धमकी दी थी. यूसुफ ने कहा था, "मैं प्रधानमंत्री का बहुत सम्मान करता हूं और उनके भाषणों का पालन करता हूं. उनकी तस्वीर मेरे घर में है. उन्होंने (जमींदारों) ने मुझे इसे हटाने के लिए कहा और धमकी दी कि वे मुझे पीटेंगे और मुझे घर खाली करने के लिए मजबूर करेंगे."
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