छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कथित प्रेमी ने प्रेमिका का साथ पाने के लिए 90 वर्षीय महिला की हत्या करके शव को जला दिया. पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि महिला की हत्या और षड़यंत्र के आरोप में प्रेमी, प्रेमिका और एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के मोहन नगर थाने की पुलिस ने सुरजा बाई मरकाम की हत्या के आरोप में उमेश कुमार साहू (37), साहू की कथित प्रेमिका सुप्रिया यादव (32) और सहयोगी प्रदीप जंघेल (36) को गिरफ्तार कर लिया है.
उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि 15-16 अगस्त की दरम्यानी रात में दुर्ग के गिरधारी नगर के निवासी रामदास यादव के घर के एक कमरे में तेज धमाका हुआ और परिवार के सदस्यों ने एक शव जलते देखा.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल घटनास्थल के लिए रवाना किया गया, जिसने मौके से एक महिला का शव बरामद किया.
उन्होंने कहा कि शव के करीब ही रामदास के छोटे भाई भूपेंद्र यादव की पत्नी सुप्रिया की चूड़ी और आभूषण पड़े मिले और परिवार के सदस्यों ने आशंका जताई कि इस घटना में सुप्रिया की मौत हो गई है.
उन्होंने बताया कि दूसरे दिन 16 अगस्त को यादव परिवार को सुप्रिया के मायके गंडई गांव से जानकारी मिली कि सुप्रिया खैरागढ़ और जालबांधा गांव के बीच अचेत अवस्था में पड़ी थी, होश आने पर उसे उसके मायके पहुंचाया गया है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुप्रिया के जीवित होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने यादव परिवार के घर से बरामद शव की पहचान की कोशिश शुरू की. अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच के दौरान जब पुलिस ने सुप्रिया से पूछताछ की तब जानकारी मिली कि दो बच्चों की मां सुप्रिया अपनी सास के बुरा कहने से परेशान थी और प्रेमी उमेश साहू के साथ रहना चाहती थी.
उन्होंने बताया कि उमेश कथित डॉक्टर है और गंडई गांव में उसका क्लिनिक है.
अधिकारियों ने कहा कि सुप्रिया और उमेश ने साथ रहने के लिए सुप्रिया को मृत घोषित करने की योजना बनाई और दोनों ने यह षडयंत्र रचा कि किसी महिला की हत्या कर शव को सुप्रिया के गिरधारी नगर स्थित उसके ससुराल के स्टोर रूम में जला दिया जाए, जिससे लोग सुप्रिया को मरा हुआ मान लेंगे और वह उमेश के साथ रहने लगेगी.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उमेश इस षडयंत्र को अंजाम देने के फिराक में लग गया और इस बीच जब वह 14 अगस्त को गंडई स्थित अपने क्लिनिक में था तब उससे लंबे समय से इलाज करा रही सुरजा बाई मरकाम वहां पहुंची.
पुलिस ने कहा, “उमेश ने मौका पाकर सुरजा बाई की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को अपने मेडिकल स्टोर के फ्रिज में रख दिया था. उमेश ने इसकी जानकारी अपने मित्र प्रदीप जंघेल को दी और 15 अगस्त की रात में दोनों एक कार में शव रखकर सुप्रिया के ससुराल पहुंच गए. वहां उन्होंने सुप्रिया की मदद से शव को स्टोर रूम में पहुंचाया और आग लगाकर तीनों वापस गंडई चले गए.”
उन्होंने बताया, “जब सुबह हुई तो सुप्रिया को अपने बच्चों की याद आने लगी और वापस ससुराल जाने की जिद करने लगी. बाद में उमेश ने उसे खैरागढ़ कस्बे के करीब छोड़ दिया, जहां सुप्रिया ने बेहोश होने की मनगढ़ंत कहानी बनाकर मदद मांगी. जिसके बाद वह अपने मायके पहुंच गई.”
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों को भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है.
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