उत्तर प्रदेश के इटावा में जिले में देर शाम एक बेरहम सर्राफा व्यापारी पति ने अपनी पत्नी और 3 बच्चों की निर्मम हत्या कर दी. इसके बाद डायल 112 पर पुलिस को पत्नी व बच्चों के सुसाइड की सूचना देकर शख्स खुद रेलवे स्टेशन सुसाइड करने पहुंच गया. शख्स मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन को आता रेलवे ट्रैक के बीचों-बीच लेट गया लेकिन उसकी किस्मत में जेल की सलाखे लिखी थी. इसलिए पूरी ट्रेन गुजरने के बावजूद उसे मामूली खरोंच आई और वह जिंदा बच गया.
महिला और बच्चों की मौत से इलाके में सनसनी
अब आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वहीं एसएसपी संजय वर्मा समेत भारी पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी. ये घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के लालपुरा की है जहां इस वारदात से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. पड़ोस के लोगों ने बताया कि मुकेश वर्मा का घर कल सुबह 9 बजे के आस पास से बंद था, लेकिन जब मुकेश वर्मा खुद रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या के लिये पहुंचा, तब इस सामूहिक हत्या कांड की पुष्टि हुई. हत्यारोपी मुकेश वर्मा के बड़े भाई रत्नेश वर्मा इटावा में वरिष्ठ अधिवक्ता है.
इस मामले की प्राथमिक जांच में क्या पता चला
प्राथमिक जांच में निकलकर यह भी सामने आया है कि रेखा मुकेश की दूसरी पत्नी थी और हत्या के बाद मुकेश ने सुसाइड करने जाने से पहले एक सुसाइड नोट भी पुलिस के लिए छोड़ा था जो पुलिस को बरामद हो चुका है. किसी भी शव के पास से खून न पाए जाने के कारण पुलिस ने जहर देकर सभी की हत्या किए जाने की आशंका जताई है. जांच में पारिवारिक कलह ही एक कारण नजर आ रहा है अन्य तथ्यों और आरोपी शख्स से पूछताछ के बाद ही मुख्य राज उजागर होने की संभावना है.