हरियाणा: मुठभेड़ में अपराधी की मौत के मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

मुठभेड़ के सिलसिले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर सोमवार को पाखल गांव में एक पंचायत आयोजित की गई थी और इस मामले में केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता से मुलाकात की गई थी.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

पुलिस मुठभेड़ में मारे गए एक व्यक्ति के परिवार द्वारा हत्या का आरोप लगाए जाने के बाद मंगलवार को पुलिस उपनिरीक्षक और उनकी टीम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. फरीदाबाद में तीन दिन पहले हुई मुठभेड़ के सिलसिले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर सोमवार को पाखल गांव में एक पंचायत आयोजित की गई थी और इस मामले में केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता से मुलाकात की गई थी. इन घटनाओं के बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है.

फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि सेक्टर 48 अपराध शाखा के प्रमुख उपनिरीक्षक राकेश कुमार और उनकी टीम के खिलाफ धौज थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 34 (साझा इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस के अनुसार, पावटा महबाताबाद गांव रहने वाला बलराज उर्फ बलविंदर उर्फ बल्लू डकैती के कई मामलों में पुलिस द्वारा वांछित अपराधी था. शनिवार को एक संक्षिप्त पुलिस मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया, जबकि घटना के बाद उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

सोमवार सुबह महबाताबाद गांव के ग्रामीणों ने पास के पाखल गांव में एक पंचायत की और पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की. पंचायत में 35 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय प्रताप सिंह ने पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य से फोन पर बात कर पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की. इसके बाद सोमवार देर शाम ग्रामीणों ने केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की जिन्होंने आश्वासन दिया कि कोई अन्याय नहीं होगा. न्यायिक मजिस्ट्रेट नौरंग शर्मा द्वारा न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं, लेकिन परिवार ने पोस्टमार्टम से पहले प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. प्राथमिकी मंगलवार को दर्ज की गई.

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पुलिस के मुताबिक, सेक्टर 48 की अपराध शाखा को शनिवार देर रात सूचना मिली थी कि बलराज और उसके दो साथी किसी वारदात को अंजाम देने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अपराध शाखा की एक टीम ने कार सवार तीनों का पीछा किया और उन्हें रुकने के लिए कहा. उन्होंने बताया, ‘‘जब उन्होंने तीनों को रुकने के लिए कहा, तो उन्होंने अपराध शाखा टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी और एक गोली पुलिस वाहन पर लगी. पुलिस की जवाबी गोलीबारी में बलराज को गोली लग गई और उसके साथियों को पकड़ लिया गया.''

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पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘बलराज को अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.'' घटना के बाद बलराज के परिजन और गांव के लोग उसकी हत्या का आरोप लगाते हुए बादशाह खान अस्पताल में एकत्र होने लगे. बलराज लूट और झपटमारी के चार मामलों में वांछित था. उसके साथियों की पहचान डबुआ कॉलोनी निवासी अनूप उर्फ चालिया और राजीव कॉलोनी, फरीदाबाद निवासी अरविंद के रूप में हुई है. अनूप उर्फ चालिया किसी नरेश भाकरी की हत्या के आरोप में जेल में बंद था और वह हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आया था.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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