नाबालिग सौतेली बेटी के साथ दुष्कर्म के आरोपी पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम जगदीश उर्फ राजू है, जो उत्तर प्रदेश के झांसी जिले का रहने वाला है जो फरीदाबाद के थाना एनआईटी एरिया में रह रहा था. आरोपी की उम्र करीब 35 वर्ष है. आरोपी ने अपनी सौतेली बेटी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था और जब वह गर्भवती हो गई तो किसी अनजान व्यक्ति का नाम लेकर पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई, ताकि उस पर कोई शक ना करे. परंतु, पुलिस द्वारा की गई जांच में सामने आया कि आरोपी ने ही उसके साथ बलात्कार किया तथा बाद में पुलिस में इसकी झूठी शिकायत देकर पुलिस को गुमराह करने का काम किया था.
आरोपी ने पीड़ित लड़की पर किसी अनजान व्यक्ति के नाम से शिकायत देने का झूठा दबाव बनाया, जिसके दबाव में आकर पीड़ित लड़की ने दिनांक 5 मई 2022 को आरोपी के साथ आकर एनआईटी थाने में शिकायत थी, जिसमें पीड़ित बच्ची ने बताया कि उसकी आयु 13 वर्ष है. उसकी मां की 6 साल पहले मृत्यु हो चुकी है और उसकी दो छोटी बहनें हैं. उसने बताया कि जगदीश उसके सौतेले पिता हैं. लड़की ने बताया कि अपनी छोटी बहनों के खाना बनाने तथा घर का काम करने के लिए उसने पांचवी कक्षा से पढ़ाई छोड़ दी थी. पीड़िता ने बताया कि वह अपनी बहनों के साथ पार्क में खेलने जाती थी तो वहां उसकी मुलाकात एक अभिषेक नाम के लड़के से हुई जिसने बहला-फुसलाकर उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया.
पीड़ित लड़की की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. पुलिस जब लड़की को मेडिकल के लिए बीके अस्पताल लेकर गई तो आरोपी सौतेला पिता अपनी दोनों छोटी बेटियों को लेकर फरार हो गया, जिससे पुलिस को उस पर शक हो गया और उन्होंने बच्ची से इसके बारे में पूछताछ करनी शुरू की परंतु बच्ची ने आरोपी के डर से पुलिस को कुछ नहीं बताया.
अस्पताल में मेडिकल के दौरान सामने आया की बच्ची साढ़े 5 महीने की गर्भवती है. पीड़िता को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करके उसके बयान करवाए गए जिसमें उसने अपने पिता के दर से किसी अनजान लड़के का नाम लेकर अपने बयान दर्ज करवाए. लड़की को देखभाल के लिए आश्रम भेजा गया जहां बाल कल्याण समिति तथा महिला पुलिस ने बच्ची के साथ काउंसलिंग की. काफी समय तक बच्ची ने कुछ नहीं बताया. पुलिस टीम तथा बाल कल्याण समिति ने हार नहीं मानी और वह बच्ची को एक सुरक्षित माहौल में रखकर उससे पूछताछ की कोशिश जारी रखी.
इधर, पुलिस आरोपी की धरपकड़ के लिए फरीदाबाद तथा झांसी में लगातार रेड कर रही थी और लोगों से आरोपी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी एकत्रित करने की कोशिश कर रही थी. 3 महीने की कोशिश करने के पश्चात पुलिस ने फरार चल रहे आरोपी को फरीदाबाद से काबू कर लिया और उधर बाल कल्याण समिति तथा पुलिस के सौहार्द में रहकर बच्ची का दर्द कुछ कम हुआ और उसमें अपने आरोपी पिता के बारे में जानकारी देने का आत्मविश्वास पैदा हुआ. अंततः धीरे-धीरे पुलिस की मेहनत रंग लाई और बच्ची बिना डरे बाल कल्याण समिति के सामने अपने बयान दर्ज करवाने के लिए राजी हो गई. दिनांक 19 अगस्त को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करके बच्ची के दोबारा से बयान करवाए गए जिसमें उसने बताया कि उसका सौतेला पिता आरोपी जगदीश उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देता था और जब वह गर्भवती हो गई तो उसने किसी अनजान व्यक्ति का नाम लेने के लिए पीड़िता पर दबाव बनाया और अपने बारे में किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी जिससे वह डर गई और उसने पुलिस को सच नहीं बताया.
बाल कल्याण समिति के बयान के पश्चात पीड़ित लड़की को देखभाल के लिए आश्रम भेजा गया है तथा आरोपी को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से उसकी दो छोटी बेटियों को मुक्त करवाया है और उन्हें भी आश्रम भेज दिया गया है. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी का पहली पत्नी के साथ तलाक हो गया था जिससे उसको 2 बेटियां थी. उसके पश्चात आरोपी दूसरी महिला के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगा जिसकी पहले से एक बेटी (पीड़िता) थी. दूसरी महिला की 6 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई जिसके पश्चात आरोपी अपनी पहली पत्नी से प्राप्त दो बेटियों तथा तीसरी सौतेली बेटी के साथ रहने लगा जहां उसने पहली बार नवंबर 2021 में नाबालिक बच्ची के साथ नाजायज संबंध स्थापित किए थे.
पूछताछ पूरे होने के पश्चात आरोपी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है. डीसीपी एनआईटी नरेंद्र कादियान के दिशा-निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर सुनीता की टीम ने सौतेली बेटी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले 3 महीने से फरार चल रहे आरोपी पिता को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.