उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अवैध धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार मोहम्मद उमर गौतम (Mohammad Umar Gautam) के जामिया नगर स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने आज छापेमारी की है. पिछले महीने यूपी एटीएस ने मोहम्मद उमर गौतम और मौलाना जहांगीर को गिरफ्तार किया था. दोनों पर यूपी समेत अन्य राज्यों में 1000 से ज्यादा लोगों का जबरन और अवैध धर्म परिवर्तन कराने के आरोप हैं. सूत्रों ने बताया कि ईडी ने उमर के कुल 6 ठिकानों पर छापेमारी की है. इनमें तीन दिल्ली और तीन यूपी में हैं.
तलाशी की गई जगहों में इस्लामिक सेंटर (आईडीसी) का कार्यालय, मुख्य आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और उसके सहयोगी मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी का घर शामिल है, जो दिल्ली के जामिया नगर में स्थित है.
यूपी में ईडी ने लखनऊ स्थित अल हसन एजुकेशन एंड वेलफेयर फाउंडेशन और गाइडेंस एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के दफ्तरों पर छापेमारी की है. ये संगठन उमर गौतम द्वारा चलाए जा रहे हैं और अवैध धर्मांतरण को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
ईडी के सूत्रों के मुताबिक तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जो पूरे भारत में आरोपी उमर गौतम और उनके संगठनों द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का खुलासा करते हैं. दस्तावेजों से यह भी पता चलता है कि अवैध रूप से धर्मांतरण के उद्देश्य से आरोपी संगठनों को करोड़ों रुपये की विदेशी फंडिंग होती थी.
आरोप है कि इसके एवज में इनदोनों के पास पाकिस्तान के अलावा तुर्की और अरब के अन्य इस्लामिक संगठनों से पैसा पहुंचता था. धर्मांतरण के एवज में इनके बैंक खातों में ज्यादातर पैसे चंदे के रूप में भेजे गए थे. ईडी इसकी जांच कर रहा है. इली सिलसिले में ईडी के अफसरों ने उमर गौतम के जामिया स्थित पांच मंजिले मकान के एक फ्लैट में छापा मारा है.
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आरोप है कि हवाला के जरिए इसमें फंडिंग की गई है. उधर, एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि उमर गौतम ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ चले विरोध-प्रदर्शनों की आड़ में भी लोगों का धर्म परिवर्तन कराया था.