दिल्ली की स्पेशल सेल ने क्रिप्टो करंसी चोरी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए महिला मास्टरमाइंड समेत तीन को गिरफ्तार किया है. इस गैंग में दो महिलाएं मर्चेंट नेवी में नौकरी करती हैं. जबकि उनका एक साथी बीपीओ सेक्टर में नौकरी करता है. आरोपियों की पहचान मोक्षी, शेरी शर्मा और आशीष शर्मा के रूप में हुई है. जिनके कब्जे से सवा करोड़ रुपये,2. बीटीसी, 9600 यूएसडीटी और तीन मोबाइल फोन बरामद किये हैं..
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मोक्षी शिकायकर्ता महिला की करीबी दोस्त है. मोक्षी ने बहाने से शिकायतकर्ता का फोन लेकर उसमें से क्रिप्टो चोरी कर लिये थे.. जिसके बाद 6 से 7 घंटे के अंतराल पर उनको ट्रांसफर भी कर लिया था. आरोपियों से बरामद रकम असली रकम की 90 फीसदी है..आरोपियों से पूछताछ कर जानने की कोशिश की जा रही है कि गैंग में ओर कौन शामिल था और रकम को कहां कहां खर्च किया है.
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की IFSO यूनिट के डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि कुछ दिन पहले सेल में शिल्पा जायसवाल नामक महिला ने शिकायत दी थी. जिसमें बताया कि वह अपने मोबाइल फोन में एक क्रिप्टो करेंसी ट्रस्ट वॉलेट चला रही थीं..जिसमें लगभग छह बीटीसी बैलेंस था. चार जुलाई को जब वह विदेश यात्रा कर रही थीं, उन्हें पता चला कि उनके क्रिप्टो वॉलेट से सभी बीटीसी किसी ने चुरा लिए हैं.
शिकायतकर्ता के वॉलेट से क्रिप्टो करेंसी की चोरी में शामिल आरोपी व्यक्तियों की पहचान की गई. आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी करके शेरी शर्मा और आशीष शर्मा को गिरफ्तार किया. दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी मोक्षी शिकायतकर्ता की करीबी दोस्त है, उसको पता था कि शिकायतकर्ता के बटुए में क्रिप्टो करेंसी है.
दोस्त ने ही रची थी साजिश
उसने अपने दोस्तों शेरी और आशीष के साथ मिलकर शिकायतकर्ता की क्रिप्टो करेंसी चोरी करने की साजिश रची.. एयरपोर्ट जाते समय आरोपी मोक्षी ने नेविगेशन देखने के नाम पर शिकायतकर्ता का मोबाइल फोन ले लिया और शिकायतकर्ता के वॉलेट से पूरी क्रिप्टो राशि (06 बीटीसी) अलग-अलग क्रिप्टो वॉलेट में ट्रांसफर कर दी..
तीनों को शिकायतकर्ता के यात्रा समय के बारे में पूरी जानकारी थी. उन्हें पता था कि शिकायतकर्ता का फोन 7-8 घंटे तक फ्लाइट मोड में रहेगा और उन्हें बिटकॉइन को अलग-अलग वॉलेट में ट्रांसफर करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. उन्होंने चोरी किए गए बिटकॉइन को कई वॉलेट में ट्रांसफर किया और कुछ क्रिप्टो को अलग-अलग जगहों पर कैश में बदल दिया..वारदात की मुख्य साजिशकर्ता मोक्षी को भी उसके ठिकाने पर छापेमारी करके गिरफ्तार कर लिया.