दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टरों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए एक और एनकाउंटर किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और गुरुग्राम CIA ने जॉइंट ऑपरेशन में गोगी गैंग के दो शूटरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. दोनों बदमाश नजफगढ़ के चर्चित नीरज तहलान मर्डर केस में वॉन्टेड थे. मुठभेड़ के दौरान बदमाशों की फायरिंग में दो पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे गए. पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो दोनों आरोपी घायल हो गए. दिल्ली पुलिस का दावा है कि पिछले एक महीने में 44 गैंगस्टरों और 6 नाबालिग अपराधियों को पकड़ा गया है.
दो पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे
पुलिस के मुताबिक, 25 सितंबर की रात पुलिस को खबर मिली थी कि गोगी गैंग के शूटर मोहित झाखड़ और जतिन राजपूत गुरुग्राम के सेक्टर-99 इलाके में हथियारों के साथ आने वाले हैं. इसके बाद पुलिस ने गुरुग्राम CIA की मदद से जाल बिछाया.
पुलिस ने बताया कि 26 सितंबर की सुबह जैसे ही दोनों आरोपी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर नजर आए, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. लेकिन दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी. एक गोली हेड कांस्टेबल नरपत की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी. दूसरी गोली एसआई विकास के हाथ को छूकर निकल गई. पुलिस ने भी फायरिंग की और दोनों शूटरों को घायल हालत में दबोच लिया.
दोस्त से कैसे बने दुश्मन
बता दें कि नीरज तहलान और संजू दहिया एक समय दोस्त थे, लेकिन 2021 में हुई गिरफ्तारी के बाद दोनों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई. तहलान को शक था कि संजू ने ही पुलिस को उसकी जानकारी दी थी. फरवरी 2024 में नजफगढ़ के एक सैलून में गोलीबारी हुई थी. इस हमले में सोनू तहलान और आशीष सिंधु की मौत हो गई, लेकिन नीरज तहलान बाल-बाल बच निकला.
इस वारदात के बाद से ही संजू दहिया और गोगी गैंग लगातार नीरज तहलान को खत्म करने की साजिश रचते रहे. इस साल 4 जुलाई को तहलान पर हमला हुआ. मोहित झाखड़, जतिन राजपूत और नीरज गुज्जर ने मिलकर उसकी हत्या कर दी.
नीरज तहलान पर हमले का जुर्म कबूला
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों शूटरों ने कबूल किया कि उन्होंने ही नीरज तहलान पर हमला किया था. नीरज ने पहले उनके साथी नीरज गुज्जर और जतिन को पीटा था और वह डबल मर्डर केस का गवाह भी था. संजू दहिया ने उन्हें नीरज को खत्म करने का काम सौंपा था.