दिल्ली की द्वारका जिला पुलिस ने एनकाउंटर के बाद कुलदीप नाम के एक शार्प शूटर को गिरफ्तार किया है. पकड़ में आए बदमाश का नाम राहुल उर्फ कुलदीप कसाना है. पुलिस के मुताबिक कुलदीप कसाना जितेंद्र गोगी गैंग के लिए काम करता है. कुलदीप के खिलाफ कत्ल, अपहरण और लूट के कई मामले दर्ज हैं. द्वारका जिले की पुलिस को गुरुवार को रात में जानकारी मिली थी कि जितेंद्र गोगी के लिए काम करने वाला कुलदीप कसाना रात में गुड़गांव की तरफ से आने वाला है. पुलिस को पक्की जानकारी मिली थी कि कुलदीप कसाना एक सफेद रंग की स्कूटी से होगा और वह बमरोली रोड की तरफ से होता हुआ द्वारका जाएगा. मुखबिर के जरिए पुलिस को यह भी पता लगा कि कुलदीप कसाना हर वक्त अपने पास अवैध पिस्तौल रखता है. इसलिए पुलिस ने पूरी तैयारी के साथ बमरोली रोड के आसपास ट्रैप लगा दिया.
रात में करीब 10 बजे के आसपास दिल्ली पुलिस ने जैसे ही सफेद रंग की स्कूटी पर कुलदीप कसाना को आते देखा पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा. द्वारका जिले के डीसीपी संतोष कुमार मीणा का कहना है कि जब उनकी टीम ने कुलदीप से सरेंडर करने के लिए कहा तो वह स्कूटी छोड़कर खेतों की तरफ पैदल ही भागने लगा. उनकी टीम पर उसने 3 राउंड गोलियां भी चलाई. जिसमें से दो गोली पुलिस टीम ने जो जैकेट पहन रखी थी उस पर लगे. इसके बाद पुलिस ने जब जवाबी फायरिंग की तो एक गोली कुलदीप के पैर में लगी और वह वहीं गिर पड़ा. इसके बाद पुलिस ने कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया और सीधे इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर गए.
पुलिस के मुताबिक 2016 में कुलदीप ने 20 लाख की फिरौती के लिए एक बच्चे का अपहरण किया था. इस मामले में कुलदीप जेल में बंद था और पैरोल पर बाहर आया था. लेकिन वह पैरोल जम्प कर गया और तब से फरार चल रहा था. जेल में रहने के दौरान कुलदीप नंदू और जितेंद्र गोगी गैंग के करीब आ गया, और उन्हीं के लिए काम करने लगा था. कुलदीप पर आरोप है कि उसने कुछ दिन पहले टिल्लू गैंग के बदमाश पर अपने एक साथी के साथ मिलकर कातिलाना हमला किया था और उस दौरान 15 से 20 राउंड कुलदीप और उसके साथी ने गोली चलाई थीं, जिसमें से छह गोली सामने वाले को लगी थीं.
पुलिस ने कुलदीप कसाना के पास से चोरी की स्कूटी एक सफेद टिकट एक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.