- दिल्ली पुलिस की आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट टीम ने नरेला में हत्या की साजिश को समय रहते विफल किया
- काला जठेड़ी गैंग से जुड़े दो युवकों को सबोली बॉर्डर पर नाकाबंदी कर गिरफ्तार किया गया
- आरोपियों के पास से जिंदा कारतूस, देसी कट्टा और जेल में बंद गैंगस्टर से प्राप्त पिस्तौल बरामद हुई
दिल्ली पुलिस की आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक गंभीर वारदात को होने से पहले ही रोक दिया. पुलिस ने काला जठेड़ी गैंग से जुड़े दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जो नरेला इलाके में अपने बिजनेस प्रतिद्वंदी की हत्या की साज़िश रच रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, 5 सितंबर को पुलिस को खबर मिली थी कि काला जठेड़ी गैंग के इशारे पर कुछ स्थानीय बदमाश नरेला के रहने वाले एक शख्स को खत्म करने की योजना बना रहे हैं. वजह थी पानी के प्लांट के मालिकाना हक को लेकर चल रहा विवाद.
पुलिस ने 5 सितंबर की रात सबोली बॉर्डर पर नाकाबंदी की और एक बाइक पर सवार दो संदिग्धों को रोका. जांच में पता चला कि बाइक सवार का नाम अक्षत खत्री उर्फ़ अक्षु है, जिसके पास से एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ. पीछे बैठा युवक साहिल खत्री था, जिसके पास से देसी कट्टा और कारतूस मिला. दोनों को मौके पर ही दबोच लिया गया.
मामले में नरेला थाने में आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
कड़ी पूछताछ में साहिल ने खुलासा किया कि उसने .30 बोर की पिस्टल और कारतूस जेल में बंद गैंगस्टर अक्षय पालड़ा के साथियों से हासिल किए थे. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने प्रीम कॉलोनी, नरेला स्थित उसके वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से पिस्टल और कारतूस बरामद किए.
गिरफ्तार आरोपियों में से एक अक्षय खत्री शाहपुर गढ़ी का रहने वाला है और उसे पहले भी आर्म्स एक्ट में पकड़ा गया था. वह हाल ही में जमानत पर छूटा था. वहीं साहिल खत्री भी दिल्ली के शाहपुर गढ़ी का ही रहने वाला है और उसे पहली बार पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस की सतर्कता और समय पर की गई कार्रवाई ने नरेला में खून-खराबे की एक बड़ी वारदात को टाल दिया. साथ ही, यह ऑपरेशन एक बार फिर साबित करता है कि आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने और राजधानी को सुरक्षित रखने के लिए लगातार सक्रिय है.