दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 9 साल से फरार चल रहे हत्या के आरोपी सुनील कुमार उर्फ शैलेन्द्र कुमार राउत को बिहार के शेखुपुर इलाके से गिरफ्तार किया है. उस पर 2016 में पश्चिमी दिल्ली के रानहौला थाना इलाके में अपनी पत्नी की निर्मम हत्या का आरोप है. वारदात के बाद आरोपी अपनी चार साल की बेटी को लेकर फरार हो गया था. अदालत ने उसे भगोड़ा अपराधी घोषित किया था और उसकी गिरफ्तारी पर ₹25,000 का इनाम रखा गया था.
18 अक्टूबर 2016 को रानहौला थाना क्षेत्र के दास गार्डन इलाके में एक किराए के मकान से एक महिला का शव प्लास्टिक की बोरी में बरामद हुआ था. शव गला रेतकर हत्या किए जाने के बाद बोरी में ठूंसा गया था और मकान मालिक को कमरे से दुर्गंध आने पर हत्या का खुलासा हुआ था. मृतका के भाई की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई, जिसमें पति सुनील कुमार मुख्य संदिग्ध पाया गया.
इस सनसनीखेज हत्या और लंबे समय तक फरारी को देखते हुए, क्राइम ब्रांच की विशेष टीम बनाई गई, इस टीम ने मामले की दोबारा जांच शुरू की.
टीम ने बिहार में आरोपी के पैतृक गांव की रेकी की और करीब 6 महीने की मेहनत के बाद सूचना मिली कि आरोपी शेखुपुर में छिपा हुआ है. टीम ने तुरंत दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर दिल्ली ले आई.
पूछताछ में आरोपी का कबूलनामा
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी सुनील कुमार ने हत्या की बात कबूल की. उसने बताया कि उसकी पत्नी से आए दिन झगड़े होते थे, जिससे परेशान होकर उसने उसे मारने की योजना बनाई. एक दिन गुस्से में आकर उसने गला रेतकर हत्या कर दी और शव ठिकाने लगाने की कोशिश की, लेकिन पकड़े जाने के डर से अपनी बेटी को लेकर फरार हो गया.
गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया, ताकि लोकेशन ट्रेस न हो. आरोपी हर 3-4 महीने में ठिकाना बदलता रहता था. उसने दिल्ली, फरीदाबाद और पटना में छिपकर रेलवे स्टेशनों और जूता फैक्ट्रियों में मजदूरी की. अंत में पहचान छिपाने के लिए वो बिहार के शेखुपुर में बस गया था.