दिल्ली : रंगदारी का रैकेट चलाने वाले कुख्यात गोगी गैंग के आठ गुर्गों को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

आरोपियों ने दिल्ली के वजीराबाद में एक कारोबारी के घर में घुसकर फायरिंग की और रंगदारी के तौर पर 50 लाख रुपये की मांग की थी

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कारोबारियों से रंगदारी वसूलने वाले गोगी गैंग के 8 गुर्गों को गिरफ्तार किया है.इन लोगों ने दिल्ली के वजीराबाद में एक कारोबारी के घर में घुसकर फायरिंग की और रंगदारी के तौर पर 50 लाख रुपये की मांग की थी. 

क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय भाटिया के मुताबिक, 30 नवंबर 2023 को गौरव त्यागी नाम के शख्स ने सूचना दी कि कुछ बदमाशों ने उनके गांव वजीराबाद, दिल्ली स्थित घर के मुख्य गेट के अंदर फायरिंग की है. उनके घर के मुख्य द्वार के पास एक खाली कारतूस और 1 चिट मिली, जिसमें गोगी गैंग के सभी सदस्यों दीपक बॉक्सर, सनी काकरान और अनुज जाट द्वारा  50 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की गई थी और धमकी दी गई थी. 

चिट में लिखा था कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो अगली बार उसके परिवार में किसी को मार डालेंगे.नौ दिसंबर 2023 को पता चला कि इस मामले में शामिल अपराधी सोनीपत, हरियाणा एवं दिल्ली एनसीआर में घूम रहे हैं. सोनीपत से दो नाबालिग पकड़े गए, जिन्होंने दिल्ली के वजीराबाद गांव स्थित पीड़ित के घर के अंदर गोलीबारी की थी. आगे की जांच के दौरान दोनों की निशानदेही पर अपराध में इस्तेमाल की गई मोटर साइकिल और सीसीटीवी फुटेज में कैद नाबालिग द्वारा पहने गए कपड़े और जूते उनके घरों से बरामद किए गए.

पूछताछ के दौरान दोनों नाबालिगों ने बताया कि वे तिहाड़ जेल में मनमोहन उर्फ ​​गौरव और मनीष उर्फ ​​सनी काकरान से बात करते थे और उनसे लगातार निर्देश मिलते थे.उन्हीं के कहने पर उन्होंने कारोबारी के यहां फायरिंग की. आगे की पूछताछ के दौरान दोनों नाबालिगों ने कहा कि घटना को अंजाम देने के बाद उन्होंने हथियार किसी देवराज डबास को सौंप दिया था.

इसके बाद देवराज डबास को गिरफ्तार किया गया और उसके कब्जे से अपराध में इस्तेमाल हथियार और दो कारतूस बरामद किए गए. आगे की जांच के दौरान पता चला कि नोएडा के रहने वाले नरेंद्र यादव द्वारा ऑनलाइन नंबर से जबरन वसूली और धमकी भरे मैसेज भेजे जा रहे थे.उसे भी गिरफ्तार किया गया और उसके पास दुबई का सिम कार्ड बरामद हुआ.

दोनों नाबालिगों ने बताया कि सनी काकरान और गौरव के कहने पर विकास नाम के शख्स ने उन्हें हथियार और मोटरसाइकिल दी थी और टारगेट का घर भी दिखाया था. घटना के बाद वो विकास के साथ बुराड़ी गए.जांच के बाद विकास की असली पहचान नवप्रभात के रूप में हुई जो खुद को छिपाने के लिए विकास के नाम पर फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहा था. टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर उसे नेपाल बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया गया.

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आरोपी दीपक पहल उर्फ ​​बॉक्सर, सनी काकरान उर्फ ​​मनीष, गौरव उर्फ ​​मनमोहन को भी गिरफ्तार कर लिया गया.सभी गोगी गैंग से जुड़े हैं.इनके पास से 9 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं.

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