राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में असम में अपराध के मामलों की संख्या लगभग 10 प्रतिशत बढ़कर 1.33 लाख से अधिक हो गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि असम में पिछले साल अपराध के 1,33,239 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2020 में 1,21,609 मामले दर्ज किए गए थे. इनमें से 1,19,883 मामले भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के अपराध थे. यह संख्या एक साल पहले की अवधि के मामलों की तुलना में 8,325 अधिक थी.
एनसीआरबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि विशेष और स्थानीय कानूनों (एसएलएल) से संबंधित अपराध के मामले भी 2020 में 10,051 थे जो 2021 में बढ़कर 13,356 हो गए.
इसमें कहा गया है कि असम में पिछले साल प्रति एक लाख की आबादी पर अपराध के 379 मामले दर्ज किए. पिछले वर्ष के दौरान, हत्या की 1,192 घटनाओं में 1,269 लोग मारे गए.
बीते बरस राज्य में महिलाओं पर हमले के 2,075 मामले, यौन उत्पीड़न के 688 मामले, अपहरण के 7,580 मामले, तस्करी के 149 मामले, बलात्कार के 1,733 मामले और बलात्कार के प्रयास के 561 मामले दर्ज किए गए.
इसके अलावा, राज्य में चोरी के 17,351 मामले, सेंधमारी के 5,010 मामले, जबरन वसूली के 1,379 मामले, लूट के1,885 मामले, पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता के 12,950 मामले और आपराधिक भयादोहन के 1,538 मामले दर्ज किए गए.
एनसीआरबी के आंकड़ों से पता चलता है कि 2021 में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 (पोक्सो) के तहत 1,926 मामले भी दर्ज किए गए थे.