India Masters Beat South Africa Masters By 8 Wickets: इंटरनेशनल मास्टर्स लीग टी20 2025 का सातवां मुकाबला एक मार्च 2025 को इंडिया मास्टर्स और दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स के बीच वडोदरा स्थित बीसीए स्टेडियम में खेला गया. जहां इंडिया मास्टर्स की टीम अपने गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद अंबाती रायडू के उम्दा बल्लेबाजी के बदौलत नौ ओवर शेष रहते आठ विकेट से जीत हासिल करने में कामयाब रही.
85 रन बनाने में कामयाब हुई थी दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स
बीसीए स्टेडियम में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने के लिए मजबूर हुई दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स की टीम 13.5 ओवरों में अपने सभी विकेट खोते हुए 85 रन बनाने में कामयाब हुई थी. मैच के दौरान केवल दो बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू पाए.
सलामी बल्लेबाज हेनरी डेविडस ने पारी का आगाज करते हुए कुल 28 गेंदों का सामना किया. इस बीच वह 135.71 की स्ट्राइक रेट से 38 रन बनाने में कामयाब रहे. इस दौरान उनके बल्ले से चार चौके और एक छक्का निकला.
डेविडस के अलावा विकेटकीपर खिलाड़ी डेन विलास ने छठवें क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 15 गेंदों में तीन चौके की मदद से 21 रनों का योगदान दिया. बाकी के सभी बल्लेबाज सिंगल डिजिट में आउट हुए.
गेंदबाजी में युवराज सिंह का रहा जलवा
भारत की तरफ से गेंदबाजी के दौरान युवराज सिंह का जलवा रहा. उन्होंने टीम के लिए कुल दो ओवरों की गेंदबाजी की. इस बीच 6.00 की इकोनॉमी से 12 रन खर्च करते हुए तीन विकेट चटकाए.
युवराज के अलावा राहुल शर्मा ने भी तीन सफलता प्राप्त की. इन दोनों गेंदबाजों के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी और पवन नेगी के खाते में क्रमशः दो-दो विकेट आए.
अंबाती रायडू का विस्फोट, भारत ने आसानी से लक्ष्य को हासिल किया
विपक्षी टीम की तरफ से मिले 86 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए अंबाती रायडू जबर्दस्त लय में नजर आए. टीम के लिए पारी का आगाज करते हुए उन्होंने कुल 34 गेंदों का सामना किया. इस बीच 120.59 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 41 रन बनाने में कामयाब रहे. इस दौरान उनके बल्ले से सात चौके निकले.
रायडू के अलावा चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए पवन नेगी ने 12 गेंद में नाबाद 21, जबकि तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए इरफान पठान ने 12 गेंद में 13 और कप्तान सचिन तेंदुलकर ने आठ गेंदों में छह रनों का योगदान दिया.
थांडी तशबालाला और एडी लेई को मिली एक-एक सफलता
दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स की तरफ से इंडिया मास्टर्स के खिलाफ थांडी तशबालाला और एडी लेई ने क्रमशः एक-एक सफलता प्राप्त की. तशबालाला ने सचिन, जबकि लेई ने पठान को पवेलियन का रास्ता दिखाया.