IND vs BAN 2nd T20I Hardik Pandya: नीतिश कुमार रेड्डी (74 रन और दो विकेट) के हरफनमौला खेल और रिंकू सिंह (53) के साथ चौथे विकेट के लिए 49 गेंद में 108 रन की साझेदारी से भारत ने तीन मैचों की टी20ई. सीरीज के दूसरे मैच में बुधवार को बांग्लादेश को यहां 86 रन से शिकस्त देकर 2-0 की अजेय बढ़त बना ली. इक्कीस साल के रेड्डी ने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और सात शानदार छक्के जड़े जबकि रिंकू ने 29 गेंद की पारी में पांच चौके और तीन छक्के लगाये. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 221 रन बनाने के बाद बांग्लादेश को नौ विकेट पर 135 रन पर रोक दिया. भारत ने सीरीज का पहला मैच सात विकेट से जीता था और अब सीरीज का तीसरा मैच 12 अक्टूबर को हैदराबाद में खेला जायेगा.
राहुल द्रविड़ के कार्यकाल समाप्त होने के बाद जब टीम के मुख्या कोच के रूप में गौतम गंभीर ने जिम्मेदारी संभाली जिसके बाद टीम में काफी कुछ बदला हुआ नज़र आया, हालाँकि ये कहना गलत नहीं होगा की टीम के अंदाज़ में बदलाव की शुरुआत द्रविड़ के कार्यकाल में ही शुरू हो चुकी थी लेकिन अब गंभीर के कोचिंग में टीम इंडिया अटैकिंग स्वभाव के साथ खेल रही है जो अक्सर हम बीएस विरोधी टीमों के साथ देखा करते थे.
भारतीय क्रिकेट में पहले की तुलना में में तो नहीं कह सकते हैं बल्कि हम वापस उस समय में लौटने की कोशिश में हैं जहां टीम इंडिया के प्लेइंग 11 का हर एक टॉप आर्डर का बल्लेबाज़ जरूरत पड़ने पर टीम के लिए बतौर गेंदबाज़ भी भूमिका निभाता था. आप बात करें ओपनिंग बल्लेबाज़ के तौर पर सचिन, सहवाग, सौरव गांगुली, रोबिन उथप्पा ये ऐसे नाम हैं जो टीम के लिए अहम किरदार निभाते थे और क्या गेंद क्या बल्ला दोनों से ही कमाल करते थे.
इसी प्रयास की एक झलक दूसरे टी20 में सूर्यकुमार यादव के द्वारा देखा गया, उन्होंने ओपनर अभिषेक शर्मा से भी गेंदबाज़ी कराई, सूर्यकुमार यादव ने सात गेंदबाज़ों से गेंदबाज़ी कराई लेकिन हार्दिक को गेंदबाज़ी का देकर उन्होंने युवा गेंदबाज़ों को ज्यादा मौका देने का सोचा जो हार्दिक को आराम देने के लिहाज से भी देखा जा सकता है और दूसरी तरफ विशाल लक्ष्य देकर सूर्या ने सोचा होगा की आज युवा खिलाड़ियों को मैच में ज्यादा मौके दिए जाये ताकि वो खुद को और निखार पाए