ganguly's big revelation: लंबे समय बाद पूर्व कप्तान सौरव गांगुली मीडिया के सामने आए हैं, तो पिछले कुछ दिनों से बड़े-बडे़ खुलासे कर रहे हैं. अब यह तो सभी जानते हैं कि साल 2022 में दक्षिण अफ्रीका दौरे में हार के बाद विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी. वहीं, इससे कुछ महीने पहले हुए सर्वकालिक विवादों से पहले विराट को वनडे कप्तानी से हटा दिया गया था. तब सौरव BCCI अध्यक्ष थे और उनका कहना था कि जब विराट ने टी20 विश्व कप से शुरुआती राउंड से विदाई के बाद इस फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ दी थी, तो वह व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान नहीं चाहते थे. इसके बाद पूरे क्रिकेट जगत ने गांगुली-कोहली विवाद को देखा था जो भारतीय इतिहास के सबसे चर्चित विवादों में से एक बन गया था. गांगुली ने कहा कि BCCI कोहली को टेस्ट में कप्तान बनाए रखना चाहता था. साथ ही, रोहित भी कप्तानी करने को अनिच्छुक थे.
अब गांगुली ने इस विवाद पर संभवत: पहली बार खुलकर बोलते हुए कहा, 'यह खासी नैसर्गिक बात है कि आप व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में एक ही कप्तान रखते हो. वनडे और टी20 दोनों फॉर्मेटों में. हमें टेस्ट कप्तान की जरूरत थी क्योंकि विराट तब तक टेस्ट कप्तान थे, लेकिन दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया.'
पूर्व कप्तान ने कहा, 'मेरा हमेशा ही मानना था कि रोहित बेहतर कप्तान थे. ऐसे में बोर्ड की तरफ से उनसे अनुरोध किया गया. शुरू में वर्कलोड के कारण वह अनिच्छुक थे. मुझे याद है कि मेरी उनसे बात हुई कि क्या आप टेस्ट में भारत की कप्तानी किए बिना करियर का समापन नहीं करना चाहते.'
गांगुली बोले, 'वह हालात से समायोजन करने वाले और मित्रतापूर्ण स्वभाव वाले व्यक्ति हैं. अगर आप उनसे बातचीत करोगे, तो वह इसे स्वीकार करेंगे. अब भला कौन भारत की कप्तानी नहीं करना चाहेगा? रोहित से कई मुद्दों पर बात हुई. खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनसे बात की.'