Suryakumar Yadav : भारत ने पांचवां टी-20 मैच (IND vs AUS 5th T20I) 6 रन से जीत लिया. जीत के साथ ही भारतीय टीम सीरीज को 4-1 से जीतने में सफल रही. आखिरी ओवर में अर्शदीप सिंह ने कमाल की गेंदबाजी की और टीम को जीत दिला दी. इसके बाद सूर्यकुमार यादव ने जो किया उसने फैन्स का दिल जीत लिया. दरअसल, सूर्या ने भी धोनी द्वारा चलाई गई परंपरा को यहां भी दोहराया . हुआ ये कि जैसे ही सू्र्या को विजेता ट्रॉफी मिली वैसे ही उन्होंने ट्रॉफी को युवा खिलाड़ी रिंकू सिंह (Rinku Singh) को थमा दी. इसके बाद रिंकू ने जो रिएक्शन दिया वह वायरल हो रहा है.
IND vs AUS 5th T20I: ऐसा था आखिरी ओोवर का रोमांच
जैसे ही सूर्या ने विजेता ट्रॉफी रिंकू को थमाई, वैसे ही रिंकू काफी खुश हो गए और जोशिले अंदाज में जश्न मनाने लगे. वहीं रिंकू के साथ यशस्वी जायसवाल भी पास में खडे़ थे. ऐसे में जायसवाल ने भी ट्रॉफी के साथ सीरीज जीत का जश्न मनाया. बीसीसीआई (BCCI) ने इसका वीडियो भी शेयर किया है.
बता दें कि कप्तान द्वारा युवा खिलाड़ी को ट्रॉफी थमाने की परंपरा धोनी ने ही शुरू किया था. जिसे विराट कोहली, रोहित शर्मा और हार्दिक पंड्या ने भी अपनाया था. अब सूर्यकुमार यादव ने भी कप्तान बनने के बाद धोनी की परंपरा को अपनाकर फैन्स का दिल जीत लिया है. इस सीरीज में रिंकू सिंह ने कमाल का खेल बल्ले से दिखाया है. रिंकू टीम इंडिया के नए फिनिशर बन गए हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि साउथ अफ्रीका के दौरे पर रिंकू अपने इसी फॉर्म को कायम रख पाते हैं या नहीं.
पांचवें टी-20 की बात की जाए तो भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी. 20 ओवर में 8 विकेट पर 160 रन बनाए थे जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 154 रन ही बना सकी. आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को 10 रनों की दरकार थी लेकिन अर्शदीप सिंह ने केवल 3 रन देकर ऑस्ट्रेलियाई टीम की उम्मीद पर पानी फेर दिया था.
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अर्शदीप ने सूर्या को कहा शुक्रिया
दरअसल, आखिरी ओवर करने से पहले अर्शदीप काफी महंगे साबित हुए थे. ऐसे में जब सूर्या ने अर्शदीप को गेंद थमाई तो फैन्स डर से गए थे. लेकिन अर्शदीप ने कप्तान के विश्वास को जाया नहीं होने दिया और केवल 3 रन खर्च करके आखिरी ओवर में भारत को जीत दिला दी. अर्शदीप ने सूर्या को लेकर कहा कि, मुझे गेंदबाजी देते वक्त कप्तान ने मेरे पर भरोसा जताया और कहा कि जो होना है वो तो होना ही है इसलिए बिना किसी दबाव के साथ गेंदबाजी करो.. कप्तान के इस कथन ने मेरे अंदर भरोसा जगाया औऱ मैं अच्छी गेंदबाजी करने में सफल रहा.














