दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खत्म हुए दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन जब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दूसरी पारी में 1 विकेट पर 61 रन था, तो चर्चा कंगारुओं के पलटवार की, मैच पर शिकंजा कसने और भारत के सामने बड़ा चैलेंज रखने की हो चली थी लेकिन तीसरे दिन जो हुआ, उससे टेस्ट क्रिकेट का रोमांच फिर से सामने आया. टेस्ट क्रिकेट ने बताया जो मजा यहां है, वह किसी भी फौरमेट में नहीं है. रविवार को खेल शुरू हुआ, तो देखते ही देखते जडेजा ने विकेट दर विकेट ने कंगारुओं को मानो भरे बाजार लूट लिया और ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम की स्तब्धता देखने वाली थी. चंद घंटों के भीतर ही ड्रेसिंग रूम में बैठे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के चेहरों को चिंता ने ढक लिया, तो लबुशेन और स्मिथ गंभीर विचार-विमर्श करते देखे गए.
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ऑस्ट्रेलियाई टीम को तगड़ा झटका, अब यह दिग्गज खिलाड़ी हुआ आखिरी दोनों टेस्ट मैच से बाहर
रवींद्र जडेजा ने भारतीय पिचों पर कंगारू बल्लेबाजों की तकनीक को एकदम से बेपर्दा कर दिया. और देखते ही देखते दूसरे दिन मजबूत दिख रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपने आखिरी सात विकेट 42 रन के भीतर गंवा दिए. इसी के साथ ही टेस्ट 6 विकेट से जीतकर भारत ने गावस्कर-बॉर्डर ट्रॉफी पर फिर से कब्जा कर लिया. कंगारू बैटिंग में सबसे ज्यादा हैरानी भरी बात उनका घटिया शॉट चयन रहा. और कई बल्लेबाज स्वीप या रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में आउट हुए, जिसे लेकर पुरस्कार समारोप में जडेजा ने मेहमान बल्लेबाजों पर तंज भी कसा. जडेजा ने मैच में विकेट लिए, तो अश्विन ने भी दूसरी पारी में तीन विकेट लिए. आखिरी 9 विकेट 52 रन के भीतर गिरे.
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