श्रीलंका बोर्ड इस बल्लेबाज को कर चुका है तीन बार निलंबित, अब सिर्फ 30 की उम्र में लिया टेस्ट से संन्यास

पिछले साल श्रीलंका के इंग्लैंड दौरे के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित माहौल के नियमों का उल्लंघन करने के लिए गुणातिलक, मेंडिस और डिकवेला पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
यह हैरानी की बात है कि हाल ही में दो श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने सिर्फ 30 साल की उम्र में संन्यास ले लिया
कोलंबो:

श्रीलंकाई ही नहीं, पता नहीं अचानक से ही विश्व क्रिकेट में क्या हो रहा है कि खिलाड़ी 30 साल की उम्र में ही संन्यास ले रहे हैं. पहले क्विवंटन डिकॉक, फिर भनुका राजपक्षे और अब दनुष्का गुणातिलक. दोनों श्रीलंकाई बल्लेबाजों की उम्र लगभग तीस साल रही. बस संन्यास लेने की वजह जरूर अलग-अलग रही. श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने शनिवार को यह जानकारी दी. जैविक रूप से सुरक्षित माहौल के उल्लंघन के लिए गुणातिलक, कुशल मेंडिस और निरोशन डिकवेला पर लगा एक साल का प्रतिबंध तुरंत प्रभव से हटाने के एक दिन बाद और 30 साल के एक अन्य बल्लेबाज भानुका राजपक्षे के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद गुणातिलक ने यह घोषणा की. गुणातिलक ने सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान लगाने के लिए 30 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. एसएलसी ने कहा कि यह बल्लेबाज अब सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान लगाएगा.

यह भी पढ़ें: हरभजन सिंह तीसरे टेस्ट मैच में परिणाम को लेकर बहुत ही ज्यादा आश्वस्त, बोले कि...

गुणातिलक ने कहा कि उन्होंने सभी पहलुओं के विश्लेषण के बाद यह फैसला किया है. वह 2018 से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेले हैं. उन्होंने आठ टेस्ट में दो अर्धशतक की मदद से 299 रन बनाए हैं, जिसमें उनका शीर्ष स्कोर 61 रन रहा. गुणातिलक का सीमित ओवरों के क्रिकेट में रिकॉर्ड बेहतर है. उन्होंने 44 एकदिनी अंतरराष्ट्रीय मैचों में 36.19 के औसत से 1520 रन बनाने के अलावा 30 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 121.62 के स्ट्राइक रेट से 568 रन बनाए हैं.

यह भी पढ़ें:  BBL: शादाब खान ने 'सुपरमैन' बनकर लिया कैच, देखकर बल्लेबाज हो गया कंफ्यूज, देखें Video

पिछले साल श्रीलंका के इंग्लैंड दौरे के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित माहौल के नियमों का उल्लंघन करने के लिए गुणातिलक, मेंडिस और डिकवेला पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था. इस प्रतिबंध में घरेलू क्रिकेट से छह महीने का निलंबन और लगभग 50 हजार डॉलर का जुर्माना भी शामिल था. गुणातिलक को अनुशासनात्मक कारणों से परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है. 2015 के अंत में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद से गुणातिलक को एसएलसी तीन बार निलंबित कर चुका है.

Advertisement

VIDEO: अच्छा रहा भारत के लिए साल, टेस्ट में दो बड़े किले फतह .

Advertisement
Featured Video Of The Day
Civil Service Day: 'भाग्य के भरोसे सफलता नहीं मिलती...' IAS Officers को PM Modi का मंत्र
Topics mentioned in this article